नई दिल्ली: भारत से ही अलग हुआ पाकस्तान भारतीय से कितना नफरत करता है, इसका जीता जागता उदाहरण दुबाई में देखने को मिला, जब एक पाकिस्तानी आतंकी ने दुबई के एक बेकरी में घुसकर निहत्थे दो भारतीयों की जान ले ली और एक जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है. घटना 11 अप्रैल की बताई जा रही है. मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार तीनों भारतीय दुबई के एक बेकरी में काम करते थे. उस दौरान एक पाकिस्तानी धार्मिक नारे लगाते हुए बेकरी में घुसा और तीनों भारतीयों पर तलवार से हमला कर दिया.
इस हमले में तेलंगाना के निर्मल जिले के सौन गांव निवासी 35 वर्षीय अश्तापु प्रेमसागर की मौके पर ही मौत हो गई. प्रेमसागर पिछले 5-6 साल से दुबई में रहकर बेकरी में काम करता था. दो साल पहले वह भारत भी आया था, लेकिन छुट्टी खत्म होने के बाद दुबई वापस चला गया था. प्रेमसागर के परिजनों ने बताया कि उनके परिवार में उसकी पत्नी और दो बच्चे हैं. परिजनों ने सरकार से अपील की है कि प्रेमसागर के शव को भारत लाया जाए और पीड़ित परिवार को अर्थिक सहायता प्रदान करें.
दूसरे मृतक की पहचान निजामाबाद जिले के श्रीनिवास के रूप में की गई है. इसकी पुष्टि केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने भी की है. वहीं, गंभीर रूप से घायल तीसरे व्यक्ति का नाम सागर बताया जा रहा है. सागर निजामाबाद का रहने वाला है. उनकी पत्नी भवानी ने सरकार से मदद की अपील की है. इस घटना के बाद पूरे तेलंगाना में आक्रोश व्याप्त है.
केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि दुबई में तेलंगाना के दो तेलुगु युवकों, निर्मल जिले के अष्टपु प्रेमसागर और निजामाबाद जिले के श्रीनिवास की नृशंस हत्या से गहरा सदमा लगा है. इस मामले पर माननीय विदेश मंत्री श्री @DrSJaishankar जी से बात की और उन्होंने शोक संतप्त परिवारों को पूर्ण सहायता और पार्थिव शरीर को तत्काल स्वदेश भेजने का आश्वासन दिया है. विदेश मंत्रालय भी इस मामले में शीघ्र न्याय सुनिश्चित करने की दिशा में काम करेगा. मैं इस मामले में श्री जयशंकर जी के समर्थन और सहायता के लिए उनका आभार व्यक्त करता हूँ.
इसी बीच केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंडी संजय कुमार ने भी इस घटना पर गहरा दुख जताया है और गृह मंत्रालय से बात की है. उन्होंने कहा कि हम दुबई पुलिस से इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता पहुंचाई जा रही है.