|
संभल: संभल से एक नई तस्वीर सामने आई है. तस्वीर में एक चश्मा वाला मौलाना नजर आ रहा है, जिसे डिकोड करने में पुलिस के पसीने छूटे हुए है. पुलिस ने आरोपियों तक से पूछताछ कर ली. अपने सारे मुखबिरों को अलर्ट कर लिया, उसका नाम-पता निकलवाने की कोशिश में जुटी रही, लेकिन नतीजा ढांक के तीन पात निकला, और अब संभल की तेजतर्रार पुलिस जिसने अब तक मस्जिद के पास हुई हिंसा में 70 से ज्यादा लोगों को जेल भेज दिया है.
जनता से मदद मांग रही है. ये जो तस्वीर आप देख रहे हैं, ये संभल के अस्पताल चौधरी सराय, मौहल्ला जगत, कोटगर्वी, नखासा चौराहा और चमनसराय में पुलिस ने लगाए हैं, पोस्टर पर नेहरू जैकेट पहने, चश्मा लगाए. दाढ़ी वाले मौलाना की तस्वीर और लिखा है... सर्व साधारण को सूचित किया जाता है कि 24 नवंबर को संभल जामा मस्जिद के पास हुई हिंसा में ये व्यक्ति शामिल था. जिसका नाम पता तस्दीक नहीं हो पाया है. उपरोक्त व्यक्ति का नाम बताने वाले व्यक्ति को उचित इनाम के साथ पुरस्कृत किया जाएगा.
पोस्टर पर कोतवाल संभल और सीओ संभल का सीयूजी मोबाइल नंबर भी चस्पा किया गया है. अब सवाल ये उठ रहा है कि क्या ये व्यक्ति किसी दूसरे जिले का रहने वाला था, और पथराव वाली घटना के दिन संभल पहुंचा था, या फिर इसका शारिक साठा गैंग से कोई संपर्क है, अगर पुलिस ने इसे घटना में शामिल बताया है तो फिर ये साजिशकर्ताओं की टीम का हिस्सा भी हो सकता है, पुलिस ने अब तक जितने लोगों को संभल से उठाया है, उनमें से ज्यादातर लोगों से पूछताछ में इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली, ऐसा आमतौर पर तभी होता है जब व्यक्ति कहीं दूर का हो.
ऐसी ख़बरें भी सामने आई थी कि आसपास के जिलों से कई मुस्लिम लोग उस दिन संभल में इकट्ठा हुए थे, दुबई में बैठे शारिक साठा ने पूरी कहानी रची थी, और अपने गुर्गों को भेजकर न सिर्फ उसने भीड़ के बीच अफरातफरी मचवाई, बल्कि यूपी पुलिस को बदनाम करने की प्लानिंग रची, वो योगी की कुर्सी हिलाना चाहता था, पर अब पुलिस ने उसके दो गुर्गों को गिरफ्तार कर उसे हिंदुस्तान लाने की प्लानिंग बनानी शुरू कर दी है. शारिक साठा दुबई में कहां रहता है, कब आखिरी बार उसने संभल में कॉल किया था, परिवार के कौन-कौन से लोग संपर्क में हैं, इसका डिटेल निकालने में पुलिस लंबे वक्त से जुटी है,
बीते दिनों शारिक साठा की पत्नी से भी संभल पुलिस ने पूछताछ की थी. जिसे लेकर शारिक साठा की पत्नी रोशन ने कहा मैं कई बार दुबई जा चुकी हूं, वहां पति से मुलाकात हुई है, व्हाट्सऐप कॉल के जरिए भी बातचीत होती है, ये नहीं पता कि वो कमाई कहां से करते हैं, क्या-क्या करते हैं, लेकिन इतना पता है कि वो दुबई में कहीं रहते हैं. संभल के एडिशनल एसपी श्रीश चंद्र का दावा है कि पत्नी के बयानों के आधार पर हम आगे की कार्रवाई करेंगे. यानि संभल पुलिस अनुमति लेकर दुबई भी जा सकती है.
केन्द्र सरकार की अनुमति के बाद इंटरपोल के जरिए साठा को पकड़ा जा सकता है. और बाकी आरोपियों की तरह उसे भी हिंदुस्तान लाया जा सकता है. करीब 54 मुकदमों का आरोपी शारिक इलाके का हिस्ट्रीशीटर है, जो पहले कंडक्टर था, फिर ट्रक चलाने लगा, उसके बाद गाड़ियों की चोरी की, वाहन चोर गिरोह का सरगना बना और बाद में उसने अंडरवर्ल्ड से हाथ मिला लिया और उसके नाम का सिक्का चलने लगा. जिसके बाद सवाल उठ रहा है कि क्या जिस व्यक्ति के पोस्टर छपे हैं, उसका शारिक साठा से कोई नाता है. या फिर उसका आका कोई और था, जिसने उसे भीड़ में भेजा.