नई दिल्ली: पंजाब के अमृतसर में पुलिस ने एक बड़े जासूसी रैकेट का पर्दाफाश किया है. अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जो भारतीय सेना के छावनी क्षेत्रों और वायुसेना अड्डों की संवेदनशील तस्वीरें और जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को भेज रहे थे. गिरफ्तार किए गए जासूसों के नाम पलक शेर मसीह और सूरज मसीह हैं. इस मामले में पंजाब पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने बताया कि प्रारंभिक जांच में इन दोनों का पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों से संपर्क सामने आया है. यह संपर्क अमृतसर सेंट्रल जेल में बंद हरप्रीत सिंह उर्फ पिट्टू उर्फ हैप्पी के जरिए स्थापित हुआ था. इस घटना ने भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के बीच सुरक्षा चिंताओं को और बढ़ा दिया है.
कैसे हुआ खुलासा?
पंजाब पुलिस ने 3 मई 2025 को एक विशेष जासूसी रोधी अभियान चलाया, जिसमें पलक शेर मसीह और सूरज मसीह को गिरफ्तार किया गया. डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग अमृतसर में सैन्य ठिकानों की गोपनीय जानकारी और तस्वीरें विदेशी एजेंसियों को भेज रहे हैं. जांच में पता चला कि दोनों जासूस हरप्रीत सिंह के इशारे पर काम कर रहे थे, जो पहले से ही जेल में बंद है. पुलिस ने इनके पास से कई संवेदनशील तस्वीरें और दस्तावेज जब्त किए हैं. इन तस्वीरों में सेना की छावनियों और वायुसेना अड्डों की गोपनीय जानकारी शामिल थी.
हरप्रीत सिंह का रोल
हरप्रीत सिंह, जिसे पिट्टू या हैप्पी के नाम से भी जाना जाता है, इस जासूसी नेटवर्क का मुख्य कड़ी है. वह अमृतसर सेंट्रल जेल में बंद है और पहले भी आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है. डीजीपी के अनुसार, हरप्रीत ने जेल से ही पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों के साथ संपर्क बनाए रखा और पलक शेर मसीह व सूरज मसीह को निर्देश दिए. पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है और कितनी जानकारी लीक हो चुकी है. डीजीपी ने कहा, "जांच गहराने पर और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है."
कानूनी कार्रवाई और जांच
पुलिस ने दोनों जासूसों के खिलाफ ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. यह कानून देश की सुरक्षा से जुड़ी गोपनीय जानकारी लीक करने के खिलाफ सख्त कार्रवाई करता है. पुलिस ने जासूसों के मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं, जिनकी फॉरेंसिक जांच की जा रही है. डीजीपी गौरव यादव ने कहा, "पंजाब पुलिस भारतीय सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही है. राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर करने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा."
पंजाब में सुरक्षा बढ़ाई गई
इस घटना के बाद पंजाब में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है. खासकर सीमा से सटे इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है. हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. उस हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जिसके लिए भारत ने पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया. इस जासूसी कांड ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है. डीजीपी ने कहा कि पंजाब पुलिस किसी भी खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.
पहले भी हो चुके हैं ऐसे मामले
पंजाब में पहले भी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े जासूसी मामले सामने आए हैं. पिछले हफ्ते ही अमृतसर में पुलिस ने एक अन्य ऑपरेशन में पांच लोगों को गिरफ्तार किया था, जो बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के लिए काम कर रहे थे. इनके पास से हथगोला और पिस्तौल बरामद हुई थी. डीजीपी ने बताया कि पंजाब पुलिस लगातार ऐसी गतिविधियों पर नजर रख रही है.
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