नई दिल्ली: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को कहा कि मॉस्को (रूस) अमेरिका के साथ न्यूक्लियर हथियारों के समझौते को एक साल और निभाएगा. यह समझौता फरवरी 2026 में खत्म हो जाएगा. टीवी पर हुई एक बैठक में पुतिन ने कहा कि 2010 के न्यू स्टार्ट समझौते को खत्म करने से दुनिया की स्थिरता पर बुरा असर पड़ेगा.
उन्होंने कहा, "रूस फरवरी 5, 2026 के बाद एक साल तक इस समझौते की मुख्य सीमाओं का पालन करने को तैयार है." रूस के सिक्योरिटी काउंसिल के सदस्यों के साथ बैठक में पुतिन ने अमेरिका से भी कहा कि वह रूस की तरह ही समझौते की सीमाओं का सम्मान करे. यह न्यू स्टार्ट समझौता तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने 2010 में साइन किया था.
इसके तहत दोनों देश 1,550 से ज्यादा तैनात न्यूक्लियर हथियार और 700 से ज्यादा मिसाइलें व बॉम्बर नहीं रख सकते. समझौते का समय खत्म होने के कगार पर होने और नया समझौता न होने से हथियार नियंत्रण के विशेषज्ञ चिंतित हैं. इस समझौते में साइट पर जांच की व्यवस्था है, जो 2020 से बंद पड़ी हुई है.
फरवरी 2023 में पुतिन ने रूस की इस समझौते में भागीदारी को रोक दिया था. उन्होंने कहा था कि जब वाशिंगटन और उसके नाटो सहयोगी यूक्रेन में रूस की हार को अपना लक्ष्य बता रहे हैं, तब अमेरिकी जांचकर्ताओं को रूस के न्यूक्लियर साइट्स पर आने नहीं दे सकते. हालांकि, मॉस्को ने साफ किया कि वह समझौते से पूरी तरह बाहर नहीं निकल रहा और न्यूक्लियर हथियारों पर लगी सीमाओं का सम्मान करता रहेगा.