नई दिल्ली: नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती हुई नजर आ रही है. दरअसल, नेता प्रतिपक्ष के एक और बयान को लेकर लखनऊ की एमपी-एमएलए कोर्ट ने उन्हें नोटिस जारी कर पेश होने के लिए कहा है. पूरा मामला भारतीय सेना पर राहुल गांधी के द्वारा की गई टिप्पणी से जुड़ा हुआ है. राहुल को 24 मार्च को अदालत में पेश होने के लिए कहा गया है.
दरअसल, नेता प्रतिपक्ष पर इंडियान आर्मी पर अपमानजनक टिप्पणी करने को लेकर मानहानि का मामला दर्ज कराया गया था. बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन के पूर्व डायरेक्टर उदय शंकर श्रीवास्तव ने राहुल गांधी के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए परिवाद दर्ज कराया था. उनपर (राहुल गांधी) आरोप है कि उन्होंने 16 दिसंबर 2022 को भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भारतीय सेना पर अपमानजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद परिवाद दर्ज कराया गया था.
परिवाद में आरोप लगाया गया था कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने पत्रकारों से कहा, '9 दिसंबर 2022 को चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय सैनिकों की पिटाई को लेकर कोई कुछ नहीं पूछता है.' जिसके बाद भारतीय सेना ने राहुल गांधी के बयान का खंडन किया था. सेना ने आधिकारिक बयान में कहा था कि चीनी सेना ने अरुणाचल में अवैध घुसपैठ की थी, जिसका भारतीय सेना ने भी माकूल जवाब दिया और चीनी सेना को वापस जाने पर मजबूर कर दिया. परिवाद में वादी ने आरोप लगाया कि वो सेना का सम्मान करते हैं और राहुल गांधी ने सेना का मजाक उड़ाकर मानहानि की है. कोर्ट ने सुनवाई के बाद 24 मार्च को राहुल गांधी को पेश होने के लिए कहा है.
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बीते दिनों भी दावा किया था कि चीनी सैनिकों ने लद्दाख सेक्टर में घुसपैठ हुई थी. कांग्रेस सांसद ने आर्मी चीफ के हवाले से दावा किया था कि राहुल गांधी ने बीते दिनों भी आर्मी चीफ ने दावा किया था कि लद्दाख सेक्टर में घुसपैठ हुई थी. उन्होंने कहा था कि सेनाध्यक्ष ने कहा कि हमने चीन के साथ बातचीत के रास्ते को आगे बढ़ाया है और बातचीत से ही मामले का निपटारा हो पाएगा.