भारतीय क्रिकेटर संजू सैमसन के पिता, विश्वनाथ सैमसन ने हाल ही में एक मीडिया साक्षात्कार में बड़ा बयान दिया है जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उन्होंने भारतीय क्रिकेट के चार बड़े नामों – राहुल द्रविड़, रोहित शर्मा, विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी पर आरोप लगाए हैं कि इन चार लोगों ने उनके बेटे के करियर को नुकसान पहुंचाया। सैमसन विश्वनाथ का कहना है कि इन लोगों के कारण संजू को दस साल तक संघर्ष करना पड़ा और उनकी मेहनत को नजरअंदाज किया गया।
संजू सैमसन के पिता ने कहा, "मेरे बेटे के करियर को इन तीन-चार लोगों ने दस साल तक नष्ट किया। रोहित शर्मा, विराट कोहली, धोनी और कोच राहुल द्रविड़ ने उनके करियर में रोड़े अटकाए। संजू जितना अधिक संघर्ष करते गए, उतना ही वह मजबूत होते गए।" उनका यह बयान इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि संजू सैमसन ने हाल ही में लगातार दो मैचों में शतक जड़कर सभी का ध्यान आकर्षित किया है।
संजू सैमसन की वापसी और सफलता
गौरतलब है कि संजू सैमसन को इस साल के टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम में जगह मिली थी, लेकिन उन्हें शुरुआती एकादश में खेलने का मौका नहीं मिला था क्योंकि उन्होंने वॉर्म-अप मैचों में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था। हालांकि, उन्हें नए कोच गौतम गंभीर और कप्तान सूर्यकुमार यादव का पूरा समर्थन मिला, और इसके बाद उन्होंने शानदार प्रदर्शन करना शुरू किया।
नए कोच और कप्तान की मदद
गौतम गंभीर के कोच बनने के बाद संजू सैमसन को लगातार अवसर मिले और सूर्यकुमार यादव ने उन्हें पूरा समर्थन दिया। इस विश्वास के साथ ही संजू सैमसन ने दो लगातार शतक जड़े, और वह अंतरराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट में ऐसा करने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बन गए। यह संजू के लिए एक बड़ा पल था, और उन्होंने खुद इस समर्थन को लेकर एक बयान भी दिया। संजू ने कहा, "जब सूर्यकुमार यादव ने मुझसे कहा कि 'तुम अगले सात मैचों में ओपन करोगे और जो भी परिणाम हो, मैं तुम्हारे साथ हूं', तो मुझे पहली बार अपने करियर में इतना स्पष्टता और आत्मविश्वास महसूस हुआ।"
इस समय संजू सैमसन को मिली यह नई उम्मीद और समर्थन उनके लिए करियर में एक नया मोड़ साबित हो सकता है। यह भी साफ है कि अब संजू सैमसन ने अपने संघर्ष को पीछे छोड़ते हुए भारतीय क्रिकेट में अपनी जगह बनाने का संकल्प लिया है।