कर्नाटक में सेक्स स्कैंडल के आरोपी प्रज्वल रेवन्ना ने सोमवार को एक वीडियो जारी किया है और उसपर लगे सभी आरोपों को खारिज कर दिया है. वीडियो में उन्होंने कहा कि मैं 31 मई को SIT के सामने पेश हो जाऊंगा. मेरे खिलाफ लगे सभी आरोप झूठे हैं. रेवन्ना ने कहा कि मुझे अदालत पर भरोसा है और विश्वास है कि मैं अदालत के जरिए झूठे मामलों से बाहर आऊंगा.
बता दें कि प्रज्वल रेवन्ना का यह बयान पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और उनके दादा की गुरुवार 23 मई को दी चेतावनी के 3 दिन बाद आया है. दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने कहा था कि वे भारत लौट आएं और जांच का सामना करें. इसे लेकर उन्होंने रेवन्ना को चेतावनी भी दी थी. उन्होंने यह दावा भी किया था कि इस मामले की जांच में उनके और उनके परिवार की तरफ से कोई दखलंदाजी नहीं की जाएगी.
ज्ञात रहे कि प्रज्वल के खिलाफ 3 महिलाओं के उत्पीड़न के 3 मामले दर्ज हैं और वे 26 अप्रैल को लोकसभा की वोटिंग के बाद जर्मनी चले गए थे. तब से उनका कोई पता नहीं है. प्रज्वल हासन लोकसभा सीट से JDS के उम्मीदवार हैं.
रेवन्न ने एक कन्नड़ टीवी चैनल को भेजे वीडियो में कहा कि नमस्कार, मैं सबसे पहले अपने माता-पिता, अपने दादा, कुमारस्वामी और अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और राज्य के लोगों से माफी मांगता हूं. मैंने यह नहीं बता रहा हूं कि मैं कहां हूं. जब (अप्रैल) 26 तारीख को चुनाव हुए, तो मुझ पर कोई केस नहीं था. तब कोई SIT नहीं बनी थी, मेरी विदेश यात्रा पहले से तय थी, इसलिए मुझे यूट्यूब और समाचारों के माध्यम से इसके बारे में पता चला, फिर मेरे एक्स अकाउंट के माध्यम से मुझे SIT का नोटिस भी दिया गया पेश होने के लिए 7 दिन का समय है. भगवान, लोगों और परिवार का आशीर्वाद मुझ पर बना रहे. आने के बाद मैं यह सब खत्म करने की कोशिश करूंगा. मुझ पर विश्वास रखें.
इसी मामले में पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा ने कहा था कि मैं प्रज्वल से रिक्वेस्ट नहीं, बल्कि उसे चेतावनी दे रहा हूं. अगर वह इस चेतावनी को नहीं मानता है तो उसे मेरा और पूरे परिवार का गुस्सा झेलना पड़ेगा. उसके खिलाफ लगे आरोपों को तो कानून देखेगा, लेकिन अगर वह परिवार की बात नहीं सुनेगा तो हम उसे अकेला छोड़ देंगे. अगर मेरे लिए उसके मन में थोड़ी भी इज्जत बाकी है तो उसे तुरंत लौट आना चाहिए.
उन्होंने कहा ता कि मैं यह भी साफ कर देना चाहता हूं कि इस मामले में पुलिस की जांच में मेरे या मेरे परिवार की तरफ से कोई दखलंदाजी नहीं की जाएगी. इसे लेकर मेरे मन में कोई भावना नहीं है. मैं सिर्फ उन लोगों को न्याय दिलाने के बारे में सोच रहा हूं, जिन्हें प्रज्वल की वजह से तकलीफ हुई है.
बताते चलें कि प्रज्वल रेवन्ना पर उनके घर में काम करने वाली महिला ने यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी. 26 अप्रैल को बेंगलुरु में पब्लिक प्लेसेस में कई पेन ड्राइव मिलीं. दावा किया गया कि पेन ड्राइव में 3 हजार से 5 हजार वीडियो हैं, जिनमें प्रज्वल को कई महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न करते देखा गया है. महिलाओं के चेहरे भी ब्लर नहीं किए गए. जिसके बाद राज्य सरकार ने SIT बनाई थी और प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ रेप, छेड़छाड़, ब्लैकमेलिंग और धमकी देने के आरोपों समेत तीन FIR दर्ज की गईं.