अमेरिका में राहुल गांधी ने ऐसा बयान दिया है, जिसकी भारत में आलोचना हो रही है. बीजेपी और बीजेपी के सहयोगी नेता लगातार राहुल गांधी पर निशाना साथ रहे हैं और नेता प्रतिपक्ष पर हिंदुस्तान को नीचा दिखाने का आरोप लगा रहे हैं. भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि मुझे लगता है कि शायद कुछ लोगों को पढ़ने-लिखने की आदत कम है.
उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी अपने समय के आंकड़ें देख लें और NDA के समय के आंकड़ों को देखें, बड़ा अंतर है. हमने बेरोजगार के दर को बहुत कम किया है. मैं ये इसलिए कहना चाहता हूं ताकि राहुल गांधी बाहर जाकर भारत को बदनाम न करें. दुनिया का जो विश्वास भारत पर बना है उससे हजारों-लाख करोड़ का निवेश भारत में आ रहा है... दुनिया की उम्मीद भारत है.
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राहुल गांधी विपक्ष के नेता हैं और विपक्ष का नेता देश के प्रति जवाबदेह भी होता है, विदेश जाकर देश की छवि खराब करना देशद्रोह जैसा अपराध है. कोई देशभक्त ऐसा नहीं कर सकता लेकिन राहुल गांधी लगातार तीसरी बार हारने से हताश हो गए हैं और अपनी कुंठा बाहर निकाल रहे हैं. हमारे देश में कांग्रेस और भाजपा है लेकिन जब हम विदेश जाते हैं तो हम कांग्रेस या भाजपा के नहीं होते, हम सिर्फ देश का प्रतिनिधित्व करते हैं... RSS के स्वयंसेवक हर पल अपना बलिदान देकर देश का निर्माण करते हैं.
वहीं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने राहुल गांधी के टेक्सास में दिए बयान पर कहा, ...जिस तरह से राहुल गांधी ने विदेश जाकर भारत को बुरा-भला कहने की आदत डाली है, वह कहीं न कहीं गलत राजनीति की परंपरा की शुरुआत है. सत्ता पक्ष और विपक्ष में हमेशा से मतभेद रहे हैं लेकिन अपने राजनीतिक मतभेदों को अपने निजी राजनीतिक फायदे के लिए विदेशी मंच पर जाकर अपने ही देश को बुरा-भला कहना ठीक नहीं है... आप नेता प्रतिपक्ष हैं, आप सरकार के सामने अपने सुझाव, अपनी चिंताएं भी रख सकते हैं लेकिन विदेश जाकर इस तरह भारत को बुरा-भला कहना ठीक नहीं है.
वहीं भाजपा नेता नलिन कोहली ने कहा कि राहुल गांधी दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में विपक्ष के नेता हैं. जब वह विदेश जाते हैं तो उन्हें सोचना चाहिए कि क्या वे जो कह रहे हैं वह पूरा सच है, क्या इससे भारत की छवि पर कोई नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. वे चीन की खूब तारीफ करते हैं लेकिन दुनिया में कभी इस बात की चर्चा नहीं करते कि भारत और चीन के संबंध क्यों खराब हुए.
वे इतिहास और RSS की बात करेंगे लेकिन कभी यह नहीं कहेंगे कि भारत का इतिहास कितना स्वर्णिम था... योग भारत से आया, 150 से ज्यादा देश योग दिवस मनाते हैं लेकिन राहुल गांधी इस पर बोलते नजर नहीं आते. अगर राहुल गांधी भारत की छवि के बारे में बात करना चाहते हैं तो उन्हें पूरा पक्ष रखना चाहिए.