नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे पूरी तरह साफ हो चुके हैं, सत्ता विरोधी लहर में आम आदमी पार्टी का टॉप ऑर्डर पूरी तरह ध्वस्त हो गया. अरविंद केजरीवाल समेत कई ऐसे नेता थे जिनका चेहरा दिल्ली में सरकार का चेहरा माना जाता था, लेकिन इस चुनाव में वो नेता भी अपनी सीट बचाने में नाकाम रहे हैं. ऐसे ही 7 नताओं के बारे में हम आपको बताएंगे जो बीजेपी की बयार में पत्तों की तरह बिखर गए.
नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल हारे
सबसे पहली बात अरविंद केजरीवाल की ही करनी चाहिए, क्योंकि जब से दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी केजरीवाल ही मुख्यमंत्री रहे, हालांकि कुछ समय पहले जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल ने आतिशी को सीएम बनाया, लेकिन आतिशी ने भी साफ शब्दों में कहा था कि वो सिर्फ चेहरा हैं, बाकी मुख्यमंत्री तो अरविंद केजरीवाल ही रहेंगे, तो वहीं केजरीवाल भी जनता से इंसाफ मांगने की बात बोलकर चुनावी मैदान में अपनी पुरानी सीट नई दिल्ली से उतरे, जहां बीजेपी के प्रवेश वर्मा ने अरविंद केजरीवाल को 4 हजार से ज्यादा वोटों से हरा दिया है. केजरीवाल की हार AAP के लिए सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है.
जंगपुरा सीट से मनीष सिसोदिया हारे
जंगपुरा विधानसभा सीट से केजरीवाल के सबसे खास माने जाने वाले मनीष सिसोदिया चुनावी मैदान में थे. जहां उनका सामना बीजेपी के तरविंद सिंह मारवाह से था, यहां भी मनीष सिसोदिया को हार का मुंह देखना पड़ा. मनीष सिसोदिया को 38,184 वोट मिले, जबकि तरविंदर सिंह मारवाह को 38,859 वोट प्राप्त हुए. तो वहीं कांग्रेस उम्मीदवार फरहाद सूरी को 7,350 वोट मिले.
ग्रेटर कैलाश सीट से सौरभ भारद्वाज हारे
केजरीवाल कैबिनेट में मंत्री रहे सौरभ भारद्वाज को भी ग्रेटर कैलाश सीट से हार का सामना करना पड़ा है. बीजेपी की शिखा रॉय ने सौरभ को 3188 मतों से हरा दिया है. इस सीट पर बीजेपी को 49,594 वोट मिले तो वहीं सौरभ भारद्वाज को 46,406 वोट मिले, इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार गर्वित सिंघवी तीसरे नंबर पर रहे, उन्हें केवल 6711 वोट ही मिल सके.
राजेंद्र नगर सीट से दुर्गेश पाठक हारे
दिल्ली की राजेंद्र नगर सीट पर भी आम आदमी पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा है, आप नेता दुर्गेश पाठक इस सीट से चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे थे, जिन्हें बीजेपी के उमंग बजाज ने 1231 वोटों से हरा दिया. राजेंद्र नगर में बीजेपी को 46,671, AAP को 45440 वोट मिले तो वहीं कांग्रेस उम्मीदवार विनीत यादव को मात्र 4015 वोट ही मिल सके.
शकूरबस्ती सीट से सत्येंद्र जैन हारे
शकूरबस्ती विधानसभा सीट से भी आम आदमी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है, यहां से आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद जैन चुनाव लड़ रहे थे, जिनका सामना बीजेपी उम्मीदवार करनैल सिंह से था. इस मुकाबले में सत्येंद्र जैन को 20 हजार से ज्यादा वोटों से हार का सामना करना पड़ा है.
मालवीय नगर सीट से सोमनाथ भारती हारे
मालवीय नगर से केजरीवाल ने सोमनाथ भारती को टिकट दिया था. जहां आम आदमी पार्टी को जीत की उम्मीद थी, लेकिन इस सीट से भी आप की झोली खाली ही रह गई, बीजेपी प्रत्याशी सतीश उपाध्याय ने सोमनाथ भारती को 2166 वोट से हरा दिया. इस मुकाबले में सतीश उपाध्याय को 38,391 वोट मिले तो वहीं सोमनाथ भारती को 36,355 वोट मिले, यहां कांग्रेस के जितेंद्र कुमार को केवल 6502 वोट ही मिल सके.
पटपड़गंज सीट से अवध ओझा हारे
दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले शिक्षक अवध ओझा (OJHA SIR) भी आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे. पटपड़गंज सीट से उन्हें टिकट भी दिया गया. अरविंग केजरीवाल को उम्मीद थी कि युवाओं में अच्छी पैठ रखने वाले अवध ओझा तो आसानी से जीत ही जाएंगे. लेकिन अरविंद केजरीवा का ये सपना भी सपना ही रह गया. बीजेपी के रविंदर सिंह नेगी ने ओझा सर को 28,072 वोटों से हरा दिया. इस मुकाबले में अवध ओझा को 45,988 वोट मिले तो वहीं बीजेपी के रिवंदर नेगी को 74,060 वोट मिले. अवध ओझा की हार के बाद सोशल मीडिया पर मीम्स आने भी शुरू हो गए हैं.