कोलकाता: शुक्रवार दोपहर होली के जश्न के दौरान टीटागढ़ में नशे में धुत युवकों के एक समूह ने तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (TMCP) के 24 वर्षीय पदाधिकारी आकाश चौधरी उर्फ अमर की चाकू घोंपकर हत्या कर दी. अमर ने शराब के नशे में धुत युवकों के बीच हो रहे झगड़े का विरोध किया, जिसके बाद यह हमला हुआ. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि त्योहार के उत्साह के बीच, बैरकपुर महादेवानंद कॉलेज के बीए तृतीय वर्ष के छात्र और टीटागढ़ फकीर घाट रोड के निवासी अमर को इलाके में शराब के नशे में धुत युवकों को हंगामा करने से रोकने की कोशिश करने पर बार-बार चाकू घोंप दिया गया.
उसे गंभीर हालत में आरजी कर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने हमले के मुख्य संदिग्ध पवन राजभर और उसके पिता राजकुमार राजभर को गिरफ्तार किया, जिसने कथित तौर पर अपने बेटे को हमले को अंजाम देने में मदद की थी. हत्या करने के बाद छिपने वाले दो अन्य आरोपियों कन्हाई तिवारी और राज तिवारी की तलाश शुरू कर दी गई है. पवन और राज को सात दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
स्थानीय लोगों ने सभी दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी और आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. सूत्रों के अनुसार, घटना शाम करीब साढ़े चार बजे खड़दा नगर पालिका के वार्ड 13 में जयश्री केमिकल्स के पास टीटागढ़ के पीके बिस्वास रोड पर हुई. स्थानीय व्यापारी ने बताया, "होली मनाने के बहाने अमर को उसके घर से बुलाया गया. जैसे ही वह घर पहुंचा, नशे में धुत कुछ युवकों ने उस पर और अन्य लोगों पर रंग लगाया और अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए हंगामा करने लगे. जब अमर ने विरोध किया, तो तीनों ने उस पर चाकुओं से हमला कर दिया और कई बार चाकू से वार किया."
अमर सड़क पर गिर पड़ा और उसके शरीर से खून बह रहा था. बाद में आरजी कार में उसे मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस के अनुसार, पवन का आपराधिक इतिहास रहा है. बैरकपुर पुलिस आयुक्तालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "उसे पहले एनडीपीएस और आर्म्स एक्ट के तहत कम से कम तीन बार गिरफ्तार किया जा चुका था और बमुश्किल दो सप्ताह पहले ही जमानत पर रिहा किया गया था."
बैरकपुर पुलिस आयुक्तालय के डीसीपी (मध्य) इंद्रबदन झा ने घटनास्थल का दौरा किया. उन्होंने कहा, "तीन लोगों ने कथित तौर पर एक युवक की चाकू घोंपकर हत्या कर दी. हमने पहले ही दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है." पवन राजभर, राजकुमार राजभर, राज तिवारी और कन्हाई तिवारी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है. मृतक के भाई कृष्ण चौधरी ने दावा किया कि अमर को पहले से ही आरोपियों से जान से मारने की धमकी मिलने के बाद अपनी जान पर खतरा महसूस हो रहा था.