Torres Ponzi scam: मुंबई पुलिस को टोरेस पोंजी स्कैम में बड़ी सफलता हाथ लगी है. मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने टोरेस स्कैम मामले में फरार आरोपी तौसिफ रियाज को गिरफ्तार कर लिया है. मिली जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पहले तौसिफ ने खुद को व्हिसल ब्लोअर बताया था और उसने मामले में गिरफ्तार एक और शख्स को बचाने की कोशिश की थी.
तौसिफ रियाज टोरेस कंपनी का सीईओ भी है और मामला सामने आने के बाद से फरार चल रहा था. तौसिफ रियाज के तार बिहार खासकर भागलपुर के सुल्तानगंज से जुड़े हैं. बीते दिनों आर्थिक अपराध शाखा ने तौसिफ रियाज की गिरफ्तारी के लिए सुल्तानगंज में छापेमारी की थी. उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया था. टोरेस ज्वेलरी के नाम पर मुंबई, नवी मुंबई, कल्याण क्षेत्र में कार्यालय खोलकर निवेश पोंजी योजना के माध्यम से वित्तीय धोखाधड़ी की गई थी. मुंबई पुलिस की वित्तीय अपराध शाखा इस मामले की जांच कर रही थी.
मुंबई और उसके आसपास के एक लाख से अधिक निवेशकों को टोरेस पोंजी निवेश योजनाओं में निवेश करने का लालच देकर 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की गई है , जिसमें उन्हें 'आकर्षक रिटर्न ' का वादा किया गया था. बता दें कि टोरेस पोंजी घोटाला एक प्रमुख वित्तीय घोटाला था जो भारत में हुआ था. यह घोटाला टोरेस पोंजी स्कीम नामक एक निवेश योजना से जुड़ा था, जिसमें निवेशकों से पैसे इकट्ठा किए गए थे और उन्हें उच्च रिटर्न का वादा किया गया था.
हालांकि, यह योजना एक पोंजी स्कीम निकली, जिसमें नए निवेशकों से पैसे लेकर पुराने निवेशकों को भुगतान किया जाता था. यह योजना अंततः ध्वस्त हो गई, जिससे हजारों निवेशकों को भारी नुकसान हुआ. टोरेस पोंजी घोटाले की जांच भारतीय पुलिस और वित्तीय नियामकों द्वारा की गई थी. इस घोटाले में शामिल कई लोगों को गिरफ्तार किया गया और उन पर मुकदमा चलाया गया.