UP Laborer murdered in Kashmir: दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल इलाके में गुरुवार को आतंकियों ने यूपी (UP) के एक मजदूर को गोली मारकर घायल कर दिया. पुलिस ने बताया कि पीड़ित की पहचान बिजनौर निवासी शुभम कुमार के रूप में हुई है, जिसे बटागुंड गांव में आतंकियों द्वारा की गई गोलीबारी में हाथ में गोली लगी है. कुमार को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है. पिछले एक सप्ताह में कश्मीर में गैर-स्थानीय मजदूरों पर यह तीसरा हमला है.
रविवार को गंदेरबल जिले में एक निर्माण स्थल पर हुए आतंकी हमले में छह गैर-स्थानीय मजदूर और एक स्थानीय डॉक्टर मारे गए थे. अमेरिका में बनी एम4 कार्बाइन और एके-47 से लैस दो आतंकी सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में मध्य कश्मीर के गंदेरबल जिले में एक मजदूर शिविर में सात मिनट बिताते हुए देखे गए, जहां 20 अक्टूबर को सात लोगों की हत्या कर दी गई थी. मृतक एपीसीओ इंफ्राटेक में कार्यरत थे, जो श्रीनगर-सोनमर्ग राजमार्ग पर जेड-मोड़ सुरंग का निर्माण कर रही कंपनी है.
20 अक्टूबर को शाम करीब 7.25 बजे, जब कुछ कर्मचारी डाइनिंग एरिया में बैठे थे और अन्य डिनर के लिए जा रहे थे, तभी कैंप पर हमला हुआ. कैंप का स्थान सुरंग तक पहुंचने वाली सड़क के ठीक नीचे है, जिसके एक तरफ बंजर पहाड़ हैं और दूसरी तरफ श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग है. यह हमला जम्मू-कश्मीर में नागरिकों पर 9 जून की घटना के बाद सबसे घातक था, जब रियासी में नौ तीर्थयात्रियों की बस आतंकियों की गोलीबारी में घाटी में गिर गई थी, जिसमें वे सवार थे.
18 अक्टूबर को शोपियां जिले में बिहार के एक मजदूर अशोक कुमार चव्हाण की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. जैनपोरा के वाची इलाके से गोलियों से छलनी उसका शव बरामद किया गया था. पुलिस ने कहा था कि चव्हाण के शरीर पर चार गोलियों के निशान थे. 16 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर में उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली नागरिक सरकार के सत्ता में आने के बाद से घाटी में यह पहली लक्षित हत्या थी. घटना के बाद उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर हत्या की निंदा की थी.