नई दिल्ली: योगी आदित्यनाथ ने अरविंद केजरीवाल को आड़े हाथों लिया है. केजरीवाल के बयान पर योगी का कड़ा पलटवार सामने आया है. क्या कहा है ये हम आपको बताएंगे ही. लेकिन पहले पूरा मामला क्या है वो भी जान लीजिए. ऐसा लगता है कि हरियाणा के रहने वाले अरविंद केजरीवाल को दिल्ली में 40 प्रतिशत बिहारी वोट नहीं चाहिए. शायद इसीलिए वो कोविड के दौरान बिहारी मजदूरों को दिल्ली से भगाने की बात करते हैं.
कभी दिल्ली का माहौल खराब करने का आरोप लगाते हैं.. लगता है कि केजरीवाल को बांग्लादेशियों की चिंता है. यूपी और बिहार वालों की नहीं? यही सब आरोप केजरीवाल के उस बयान के बाद लग रहे हैं जिसमें उन्होंने बिहार से फर्जी वोटरों की बात की है. पहले आपको सुनाते हैं कि केजरीवाल ने किस तरह आरोप लगाया है कि बिहार के लोग दिल्ली में फर्जी वोटिंग करेंगे.
इससे पहले कोविड समय पर भी केजरीवाल ने बिहारी मजदूरों के खिलाफ बयानबाजी की थी. जिसकी वजह से उनकी काफी आलोचना भी हुई थी. बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने आरोप लगाए हैं कि 2019-20 में कैसे उन्होंने दिल्ली से बिहारियों को भगाने का काम किया था. वे लोगों के बीच कहते थे कि बिहार के लोग 500 रुपये का टिकट कटाकर दिल्ली आ जाते हैं और 5 लाख का फ्री इलाज कराकर चले जाते हैं.
केजरीवाल का बयान काफी शर्मनाकपूर्ण रहा. दिल्ली बीजेपी केजरीवाल के इस बयान का विरोध कर रही है, लेकिन अब बीजेपी के सबसे फायरब्रांड नेताओं में गिने जाने वाले योगी आदत्यनाथ ने भी केजरीवाल को आईना दिखाने का काम किया है. एक कार्यकम के दौरान योगी ने केजरीवाल के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट चुनाव आयोग के मार्गदर्शन में तैयार होती है, स्थानीय प्रशासन दिल्ली सरकार के अधीन रहता है, वो तो स्वयं अपने ऊपर उंगली उठवा रहे हैं.
जितना अधिकार दिल्ली के अंदर अरविंद केजरीवाल का है, उतना ही अधिकार दिल्ली के अंदर रहने वाले यूपी-बिहार और उत्तराखंड के नागरिकों का भी है. वो भी उतना ही अधिकार रखते हैं. अब बिहारियों के खिलाफ बयानबाजी करके केजरीवा की मुसीबतें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं. क्योंकि दिल्ली के अंदर करीब 40 फीसदी मतदाता यूपी और बिहार से ही आते हैं. और इन मतदाताओं से नाराजगी मोल लेना कहीं आम आदमी पार्टी को इस चुनाव में भारी ना पड़ जाए.