एक तरफ नवंबर महीने में त्यौहारों की धूम है तो दूसरी तरफ सीएम योगी नवंबर में एक के बाद एक 9 बड़े फैसले लेने वाले हैं. हर जिले में फैक्ट्री लगाने से लेकर ग्राम पंचायतों की फाइल पढ़ने तक का एक-एक फैसला ऐसा होने वाला है कि पूरे उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदल जाएगी.
मदरसे के बाद मकतब पर एक्शन!
90 फीसदी लोगों को ये नहीं मालूम कि यूपी में करीब 4 हजार मकतब भी हैं, जहां दीनी तालिम दी जाती है. ये मदरसे की तरह ही होता है, बस अंतर इतना है कि मदरसे में पढ़ाई के बाद डिग्री दी जाती है, जबकि मकतब में आपको डिग्री नहीं मिलती, इसे एक तरह से ट्यूशन समझ सकते हैं. जहां ज्यादातर नर्सरी और प्री नर्सरी की पढ़ाई होती है. योगी सरकार ने ऐसे अवैध मकतबों की लिस्ट बनवानी शुरू कर दी है, जिन पर नवंबर महीने में बड़ा एक्शन हो सकता है.
हर जिले में लगेगी फैक्ट्री!
यूपी के लगभग हर जिले में निवेश के लेकर बड़ा प्लान तैयार हो रहा है, नवंबर महीने से हर जिले के डीएम और कमिश्नर को ये रिपोर्ट शासन को भेजनी होगी कि आपके यहां कितना निवेश आया. सीएम योगी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने आदेश जारी कर कहा है कि जिले में रोजगार के नए अवसर और निवेश की रिपोर्ट अब अधिकारियों को भेजनी होगी. इससे प्रदेश के लाखों युवाओं का फायदा होगा, आप चाहे मिर्जापुर के हों या झांसी के, आपको अपने ही जिले में रोजगार मिल सकता है.
पंचायत सीरीज की तरह हर ग्राम पंचायत की खुलेगी फाइल!
योगी सरकार के पास प्रधानों से लेकर जिला पंचायत स्तर तक की शिकायतें लगातार पास पहुंच रही हैं, जिस पर सख्त एक्शन हो सकता है. पहले भी योगी सरकार ने अधिकारियों को तहसील स्तर पर कैंप करने के आदेश दिए थे, और अब ग्राम पंचायत लेवल पर हो रही धांधली को रोकने के लिए बड़ा एक्शन हो सकता है, प्रधान हों या बड़े अधिकारी उनके काली कमाई पर बाबा का बुलडोजर बरस सकता है.
प्रदेशभर के मंदिरों की सुरक्षा का खास प्लान
अब तक काशी, मथुरा और अयोध्या की मंदिरों की सुरक्षा को लेकर सरकारें सजग रही हैं, पर जिस हिसाब से मुजफ्फरनगर से लेकर बहराइच तक माहौल बिगाड़ने की कोशिश हुई, कुशीनगर में प्रतिमा पर पथराव हुए, योगी सरकार मंदिरों और पंडालों की सुरक्षा को लेकर कुछ ऐसा ठोस प्लान बना सकती है, जिससे इस तरह की घटना आगे कभी दोबारा न हो, हर जिले के डीएम और एसपी को खास आदेश दिया गया है, त्यौहार मनाने मनाने में कोई बाधा पैदा करे तो उसका कानूनन इलाज कीजिए.
महाकुंभ में चक्रव्यूह वाला प्लान
साल 2025 में होने वाले महाकुंभ को लेकर सीएम योगी लगातार समीक्षा बैठक कर रहे हैं, और अब एक नए चक्रव्यूह की प्लानिंग अधिकारियों ने शुरू कर दी है. इसके तहत कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सात चरणों में चेकिंग होगी. पहले चक्र में मूल स्थल पर, फिर ट्रेन, बस व निजी वाहनों की, तीसरे चक्र में प्रदेश की सीमाओं पर, चौथे चक्र में टोल प्लाजा पर, पांचवें चक्र में प्रयागराज कमिश्नरेट की सीमा पर, छठे चरण में मेला क्षेत्र के आउटर पर और सातवें चक्र में इनर पॉइंट पर चेकिंग होगी. जैसे-जैसे दिन नजदीक आ रहे हैं, योगी खुद नए-नए आदेश जारी कर रहे हैं, और नवंबर महीने में महाकुंभ को लेकर कोई बड़ा आदेश भी आ सकता है.
यूपी पुलिस के लिए नई गाइडलाइन
मंगेश यादव से लेकर अनुज सिंह तक के खिलाफ यूपी एसटीएफ ने जो ऑपरेशन चलाया, उस पर कई सवाल उठे, अब भी ये सवाल चर्चा में है कि आखिर यूपी पुलिस टांगों पर ही निशाना क्यों लगा रही है, ऐसे तो टांगों पर प्रैक्टिस कर यूपी पुलिस के जवान निशानेबाजी में गोल्ड मेडल भी ला सकते हैं, इन सवालों पर लगाम कसने के लिए योगी आदित्यनाथ कोई नई गाइडलाइन जारी कर सकते हैं, कुछ दिन पहले एक नई गाइडलाइन भी आई है, जिसके तहत घटनास्थल की वीडियोग्राफी जरूरी होगी. फोरेंसिक टीम भी वहां का जायजा लेगी. लखनऊ पुलिस की हिरासत में मोहित पांडेय की मौत को लेकर भी कई तरह के सवाल उठे हैं, ऐसे में हिरासत को लेकर भी कुछ नया आदेश आ सकता है.
छोटी मछलियों का इलाज
बड़े-बड़े माफियों का इलाज करने वाली यूपी पुलिस के सामने अब छोटी मछलियां ज्यादा उछल-कूद कर रही हैं, जिनकी वजह से जनता को परेशानी हो रही है, ऐसे हिस्ट्रीशीटर की तस्वीरें थाने में लगाने के आदेश पहले भी जारी हुए हैं, लेकिन अब चूंकि जिला स्तर तक निवेश की बात हो रही है ततो वहां के हिस्ट्रीशीटर पर शिकंजा कसने को लेकर फाइनल आदेश जारी हो सकता है.ताकि अपराधमुक्त उत्तर प्रदेश वाला सीएम योगी का सपना साकार हो सके.
सनातन बोर्ड पर फैसला
योगी आदित्यनाथ बंटेंगे वाला नारा देकर जिस कदर चर्चा में हैं, उसे लेकर साधू-संतों की डिमांड है योगी सनातन बोर्ड पर कोई बड़ा फैसला करें. कहा जाता है केन्द्र का कोई फैसला पहले यूपी में योगी लागू करवाकर दिखाते हैं, उसके बाद वो देशभर में लागू होता है, ऐसे में सनातन बोर्ड की बढ़ती डिमांड को लेकर योगी आदित्यनाथ कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं, ऐसी चर्चा भी तेज हो चली है.
फिल्म सिटी वाले सपने पर बड़ा आदेश
नोएडा में बन रहे अंतर्राष्ट्रीय फिल्म सिटी को लेकर जिस तरीके की हीला-हव्वाली वाली बातें सामने आई है, उससे सीएम योगी बेहद नाराज बताए जा रहे हैं, 15 नवंबर तक तमाम त्यौहार खत्म होने के बाद योगी इसकी समीक्षा कर इसमें तेजी लाने के आदेश दे सकते हैं, क्योंकि फिल्म सिटी न सिर्फ योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट है, बल्कि इससे लाखों रोजगार पैदा होने की भी संभावना है. ये वो फैसले हैं, जिनसे समूचे उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदल जाएगी.