नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के जशपुर से पुलिस विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां रेप के आरोप में जेल में बंद दो आरोपी कोर्ट में पेशी के दौरान ही भाग निकले. इस घटना ने न सिर्फ लोगों का ध्यान खींचा, बल्कि उन पुलिसकर्मियों पर भी गाज गिरी, जिनके हिरासत से ये आरोपी भाग निकले. जिम्मेदार पुलिस कर्मियों को जिले के एसएसपी शशि मोहन सिंह ने निलंबित कर दिया है और कठोरतम कार्रवाई की बात कह रहे हैं.
वहीं, फरार आरोपियों को पकड़ने के निर्देश दिए हैं, जिसके बाद बड़े स्तर पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट से जानकारी मिली है कि 11 अप्रैल को रेप के आरोपी नेलसन खाखा और डिक्सन खाखा को जिला जेल जशपुर से पेशी के लिए कुनकुरी कोर्ट लाया गया था. पेशी हो जाने के बाद दोनों को वापस जेल लाया जा रहा था, तभी दोनों पुलिस की आंखों में धूल झोंककर फरार हो गए.
दावा किया जा रहा है कि लॉकअप के अंदर डालाने के दौरान दोनों ने भागने की कोशिश की, जिन्हें संभालने में दोनों पुलिसकर्मी असफल रहे. बताया जा रहा है कि जिम्मेदार आरक्षकों ने पेशी के दौरान ढिलाई बरती और सुरक्षा मानकों को भी पूरा नहीं किया, जिस वजह से इतनी बड़ी घटना हो गई. हालांकि एसएसपी शशि मोहन सिंह ने जिम्मेदार आरक्षकों को निलंबित कर दिया है.
एसएसपी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए, इतनी बड़ी लापरवाही बरतने वाले आरक्षक दिलीप बैरागी और विपिन तिग्गा को निलंबित कर दिया. दोनों को जशपुर रक्षित केंद्र में अटैच कर दिया गया है. एसएसपी ने कहा कि रेप जैसे आरोप में ढिलाई बरतना नाकाबिले बर्दाश्त है. साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों के हाथ से इतनी बड़ी गलती हो जाना पुलिस की जवाबदेही पर गंभीर सवाल उठाती है.
एसएसपी ने कहा कि जिम्मेदारों पर इसके लिए कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं अब मामले की जांच की जिम्मेदारी जशपुर के एसडीओपी चंद्रशेकर परमा को सौंपी गई है और फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए विशेष टीमें बनाई गई है. पुलिस की ओर से कहा गया है कि जल्द ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा.