ये हैं UP के कानपुर के दबंग विधायक इरफान सोलंकी, इनकी इतनी कहानी है कि दिल्ली से लेकर लखनऊ तक की पुलिस फोर्स, और एजेंसियों ने मिलकर दबोचा है. ED की छापेमारी से लेकर योगी की पुलिस ने इसको सलाखों में रखा है! अखिलेश यादव की सरकार में बेलगाम विधायक को डर है कही उनका अगला नंबर ना हो जाए! बच्चा बच्चा जानता है इरफान सोलंकी ने समाजवादी पार्टी सरकार में क्या-क्या किया था? किसको डराया था, कैसे थाने में बैठकर पूरा सिस्टम चलाता था, कैसे समाजवादी सरकार में डीएम और एसपी को कंट्रोल करता था..कानपुर में कुछ भी होता था इरफान सोलंकी का नाम ज़रूर आता था.. अखिलेश यादव का बेहद खास सिपाही था लेकिन बाहुबली विधायक योगी के सामने हाथ जोड़ रहा है! पिछले हफ्ते जब पुलिस पेशी के लिए इरफान सोलंकी को लेकर कोर्ट पहुंची तो इरफान ने जो कहा वो बताता है, वो विकास दूबे वाली कहानी से किस कदर खौफ में है?
वीडियो स्क्रॉल के साथ लेंगे!
कानपुर के पुलिस कमिश्नर से पूछिए कि मैं न्यायालय की पेशी पर आया था या पुलिस की पेशी पर, मुझे पुलिस लाइन क्यों ले गए थे? क्या मेरा भी एनकाउंटर करना चाहते हैं. हो सकता है मेरे बारे में भी कोई खबर आ जाए.
पहली तस्वीर देखिए, इरफान सोलंकी को जब UP पुलिस ने कुछ सालों पहले गिरफ्तार किया था, तब वो कैसे सलमान खान की तरह हाथ हिला रहा था, तब मानो ऐसा भौकाल था जैसे खुद वो डीजीपी हो, खुद वो सीएम हो, चेहरे पर कोई भी तनाव नहीं दिखाई नहीं देता है! लगता है जैसे वो पुलिस की कस्टडी में खुश है, लेकिन अब दूसरी तस्वीर और दूसरी सरकार में उसका हाल दिखाते हैं, योगी राज में इरफान सोलंकी ये कैसी बातें कर रहा है! क्यों डर रहा है!
अब बहुत से लोग ये जानना चाहते होंगे ये इरफान सोलंकी कौन हैं और हाल विकास दूबे वाला क्यों होने वाला है? तो हम आपको सुनाते है, इसकी कुंडली, कैसे इसने कानपुर को अपनी ज़मीन बना ली थी, कैसे कंपनियों के मालिक के पास फोन करता, कैसे सिस्टम से बड़ा बनने की कोशिश करता, लेकिन योगी सरकार के आते ही इसके भी बुरे दिन आ गए! इरफान सोलंकी राजस्थान के अजमेर में 5 जून 1979 को हाजी मुश्ताक सोलंकी के घर जन्मा.राजनीति इरफान को विरासत में मिली. पिता मुश्ताक सोलंकी मुलायम सिंह यादव के काफी करीबी रहे थे. अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए इरफान सोलंकी ने पहली बार साल 2007 में सपा विधायक बना, 2012 के बाद 2017 में मोदी लहर के बाद भी जीता. यहां तक की 2022 में ये जीत गया. यानि ये सपा का दूसरा आज़म खान, या फिर अतीक मुख्तार बनता योगी ने पहले ही लगाम कस दी. 2022 का चुनाव जीतने के बाद से ही ये जेल में है, लाख कोशिश की पर बाहर नहीं निकल पाया है. समाजवादी पार्टी इरफान के लिए कुछ भी कर सकती है, जिसका एक सबूत हम आपको दिखाते हैं!
BSP की सरकार की सरकार थी लेकिन इरफान सोलंकी की गुंडागर्दी चरम पर थी, ये हैं ऋतु माहेश्वरी जो उस वक्त कानुर की डीएम नहीं बल्कि एक विभाग की MD थी, इरफान सोलंकी एक माफिया की तरह उनके कार्यालय में घुस जाता है, ये तस्वीरें देखिए, महिला अधिकारी के साथ वो कैसे वो बात करता है, ये कौन लोग हैं जो कहते है इरफान सोलंकी अच्छा इंसान है, आज ऋतु माहेश्वरी योगी की सबसे ख़ास IAS अधिकारी हैं, और इरफान सोलंकी बेहद खास दुश्मन. इरफान सोलंकी का हाल बस इतना नहीं, दो धर्मों के बीच हाल बिगाड़ना हो या कानपुर में खुद को विकास दूबे समझना हो वो हर जगह आगे रहा है, पर जब वक्त का हथौड़ा पड़ा तो वो हांफने लगा, इसकी कहानी एक रिपोर्ट में ख़त्म नहीं होगी, हम लगातार आपको दिखाएंगे, मुख्तार, अतीक के बाद ऐसे कौन-कौन से माफिया हैं जिन्हें योगी का बुलडोजर ही संभाल सकता है!