दिल्ली में आज एनडीए संसदीय दल की बैठक आयोजित की गई, जिसमें एनडीए घटक दल के तमाम नेता शामिल रहे, जहां सभी सांसदों ने सर्वसम्मति से पीएम मोदी को नेता चुन लिया है. इसी बीच तमाम तरह के दावे किए जा रहे हैं, जिसमें से एक दावा यह भी है कि इस बार एनडीए सरकार में बिहार की भूमिका क्या रहने वाली है. दावा यह भी किया जा रहा है कि बिहार में एनडीए से इतर बीजेपी कुछ सांसदों को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल कर सकती है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में बिहार में बीजेपी ने 12 सीटों पर सफलता हासिल की है. जिसमें से पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, अररिया, दरभंगा, महाराजगंज, सारण, उजियारपुर, बेगूसराय, पटना साहिब और नवादा लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की है. इनमें से 7 ऐसे सीट हैं, जहां पर अगड़ी जाति के उम्मीदवार ने सफलता हासिल की है. ऐसे में दावा किया जा रह है कि इस बार बीजेपी बिहार के तीन सांसदों को केंद्रीय मंत्री मंडल में शामिल कर सकती है.
ये मंत्री एनडीए घटक दल से नहीं बल्कि सिर्फ बीजेपी से होने वाले हैं. ज्यादातर लोगों का मानना है कि पश्चिम चंपराण लोकसभा सीट पर जीतने वाले डॉ. संजय जायसवाल इस बार कैबिनेट मंत्री बन सकते हैं और यह दावा इसलिए मजबूत हो जाता है क्योंकि यहां से संजय जयसवाल तीन बार से चुनाव जीत रहे हैं. यह भी बताते चलें कि जायसवाल बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. ऐसा माना जा रहा है कि बनिया वोट पर पकड़ रखने वाले संजय जायसवाल को इस बार केंद्रीय मंत्री मंडल में शामिल किया जा सकता है.
वहीं इस बार के चुनाव में बिहार में भाजपा से ओबीसी, दलित और महादलित वोट छिटकी है, ऐसा साफ तौर पर देखा जा सकता है, क्योंकि पिछली बार एनडीए ने 40 सीटों में से 39 पर जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार सभी दलों को मिलाकर 30 सीटें ही जीत पाई है, जबकि 9 सीटों पर INDIA गठबंधन को सफलता मिली है.
वहीं अब दावा किया जा रहा है बीजेपी अपना वोट बैंक बचाने के लिए ओबीसी, दलित और महादलित पर दांव लगा सकती है. ऐसे में सबसे आगे जिनका नाम चल रहा है वह हैं, सीमांचल इलाके के प्रदीप सिंह. बता दें कि प्रदीप सिंह ने अररिया से लगातार चौथी बार जीतकर अपना दावा मजबूत किया है. ऐसे माना जा रहा है कि प्रदीप सिंह इस बार केंद्र में मंत्री बन सकते हैं.
जातीय समीकरण को देखते हुए मुजफ्फरपुर लोकसभा सीट से जीतने वाले राज भूषण चौधरी के नाम की भी चर्चा है, जिसे केंद्र सरकार में इस बार मंत्री बनाया जा सकता है. बता दें कि राज भूषण चौधरी निषाद जाति से आते हैं. माना जा रहा है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ मिलकर मुकेश सहनी ने बीजेपी के निषाद वोट बैंक में जबरदस्त सेंधमारी की है, ऐसे माना जा रहा है कि राज भूषण को भी केंद्र में मंत्री बनाया जा सकता है.
मुजफ्फरपुर लोकसभा सीट से पहली बार जीत दर्ज करने वाले राज भूषण चौधरी का दावा भी जातीय समीकरण के हिसाब से कुछ मजबूत नजर आ रहा है. क्योंकि, चौधरी निषाद जाति से आते हैं, ऐसे में राज भूषण चौधरी को केंद्र में राज्य मंत्री बनाया जा सकता है. साथ ही सारण से जीतने वाले राजीव प्रताप रूडी मंत्री बनने के रेस में आगे आ गए हैं, क्योंकि राजीव ने लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य को इस बार हराया है. जिसके बाद ऐसा माना जा रहा है कि उन्हें इस बार केंद्रीय मंत्री मंडल में जगह मिल सकती है. इसी के साथ नवादा से भूमिहार नेता विवेक ठाकुर राज्य मंत्री बन सकते हैं.