लखनऊ : जेल से छूटने के बाद आजम खान सीधे तो नहीं बल्कि इशारों में बहुत कुछ बोलने की कोशिश कर रहे हैं. उनके निशाने पर न योगी है और न ही मायावती. उनका पूरा इशारा सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव की तरफ है. आजम खान के नए बयान को सुनने के बाद अखिलेश की रातों की नींद उड़नी तय है. आजम खान ने कहा कि मैं कोई बड़ा नेता नहीं हूं कि कोई मुझे रिसीव करने के लिए आएगा. उनका यह बयान सीधे तो नहीं बल्कि इशारों में सबकुछ बता रहा है.
आजम खान के जेल जाने के बाद से सबसे ज्यादा चर्चा उनके नए बयान का है. यूपी सरकार में नौ बार विधायक व चार बार मंत्री रहे आजम खान ने जेल से निकलते ही कहा कि मैं कोई बड़ा नेता नहीं हूं कि मुझे कोई लेने आएगा. उनका इशारा किसी और पर नहीं बल्कि अखिलेश यादव पर था. आजम के जेल में जाने ने बाद से ही अखिलेश यादव से भी दूरियां बढ़ गई. जहां रिश्तों में खटास आई, बल्कि समाजवादी पार्टी के बनने से 2025 तक समाजवादी आजम खान के बसपाई आजम होने की चर्चा है.
जेल से छूटने के बाद आजम खान यूपी की सियासत से जुड़े कई मुद्दों पर बोल चुके हैं. इसमें बसपा में शामिल होने, जेल में मुलाकात, पुनः राजनीतिक शुरूवात सहित कई सवाल है. इनमें सबसे ज्यादा खास व गौर करने लायक उनके रिसीव करने का है. सपा का कोई भी बड़ा नेता उनको लेने के लिए जेल नहीं पहुंचा. बाहर निकलते ही उन्होंने इशारों में बड़ी बात कह दी. कहा कि हम कोई बड़ा नेता नहीं है कि हमें कोई लेने आएगा. इसपर कई दिनों तक चर्चा होगी और यूपी के सियासी गलियारे में इस बयान की खूब चर्चा रहेगी.