जम्मू-कश्मीर के डोडा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में घायल हुए सेना के कैप्टन शहीद हो गए. अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को जम्मू और कश्मीर के डोडा जिले में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान भारतीय सेना के एक कैप्टन की जान चली गई. रक्षा अधिकारियों के कहा है कि डोडा जिले में चल रहे ऑपरेशन अस्सर के दौरान भारतीय सेना के 48 राष्ट्रीय राइफल्स के एक कैप्टन की मौत हो गई. ऑपरेशन के दौरान सर्च पार्टी का नेतृत्व करते हुए शहीद हुए सैनिक घायल हो गए थे.
उन्होंने बताया कि अस्सर इलाके में मंगलवार को शुरू हुआ ऑपरेशन अभी भी जारी है. मुठभेड़ शुरू होने के बाद भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया. व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने पहले दिन कहा था कि भारी गोलीबारी के बीच आतंकवादियों की तलाश जारी है. तलाशी दल का नेतृत्व करते हुए एक अधिकारी घायल हो गया है. अभियान के दौरान युद्ध जैसे सामान बरामद किए गए हैं.
रक्षा मंत्री ने बुलाई बैठक
इससे पहले आज, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में बढ़ती आतंकवाद संबंधी घटनाओं पर एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई. अधिकारियों के अनुसार, बैठक में रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, सैन्य संचालन महानिदेशक-लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा और सुरक्षा से जुड़ी एजेंसियों के प्रमुख मौजूद थे. बैठक साउथ ब्लॉक में हो रही है. यह घटनाक्रम 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले हुआ है.
हाई अलर्ट पर सुरक्षा बल
इस बीच, सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्वतंत्रता दिवस से पहले जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. इससे पहले 10 अगस्त को अनंतनाग में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी के दौरान कम से कम दो सैनिक और एक नागरिक मारे गए थे. यह मुठभेड़ भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा अनंतनाग के कोकरनाग के सामान्य क्षेत्र में शुरू किए गए संयुक्त अभियान के दौरान हुई.
सेना प्रमुख ने दी श्रद्धांजलि
हवलदार दीपक कुमार यादव और लांस नायक प्रवीण शर्मा ने अनंतनाग में ड्यूटी के दौरान अपने प्राणों की आहुति दे दी. सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और भारतीय सेना के सभी रैंकों ने हवलदार दीपक कुमार यादव और लांस नायक प्रवीण शर्मा को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने मुठभेड़ के दौरान अपनी जान गंवा दी. हाल के महीनों में, जम्मू में आतंकी हमलों में वृद्धि देखी गई है.