नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में सामहिक विवाह योजना में एक बार फिर से धांधली की खबर सामने आई है. जहां योजना का लाभ लेने के लिए भाई-बहन के बीच शादी की बात पता चली है. बता दें कि 12 मार्च को जौनपुर महोत्सव के दौरान सामूहिक शादी समारोह का आयोजन किया गया था, इस दौरान राज्य के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदिथ्यनाथ ने पहुंचकर शादीशुदा जोड़ों को आशीर्वाद दिया था. कार्यक्रम में कुल 1001 एक जोड़े परिणय सूत्र में बंधे थे.
इनमें एक जोड़े की पहचान मडियाहू क्षेत्र के भाई-बहन के रूप में हुई है. सोशल मीडिया पर फोटो वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने आपत्ति जताई तो भेद खुल गया. मीडिया द्वारा जब लड़के से पूछा गया कि उसने ऐसा क्यों किया तो, लड़के ने कहा उसे साफा पहनने का शौक था इसलिए वह दूल्हा बनकर बहन के साथ विवाह कार्यक्रम में बैठ गया था. वहीं जब लड़की से पूछा गया तो उसने बताया कि उसका पति शादी के बाद मुंबई चला गया है.
इसी बीच सामूहिक विवाह लिस्ट को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि समाज कल्याण विभाग से कई बार लिस्ट मांगी गई थी, लेकिन विभाग हर बार सूचना देने से बचता रहा. इस कारण किस हद तक फर्जीवाड़ा किया गया है, इस बात की जानकारी नहीं मिल पा रही है. वहीं जब जौनपुर के प्रभारी मंत्री के समक्ष मामले को उठाया गया तो जिलाधिकारी दिनेश सिंह ने कुछ जानकारी साझा की.
जिलाधिकारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर जांच की जा रही है. अगर जांच में फर्जीवाड़े की पुष्टि हुई तो सहायता राशि को रोक दिया जाएगा. साथ ही मामले की जांच मडियाहू के मईडीह जगन्नाथपुर में समाज कल्याण अधिकारी नीरज पटेल के द्वारा भी की जा रही है. लड़के की चाची ने कहा कि उनका भतीजा सामूहिक विवाह के आयोजन से 15 दिन पहले गांव आया था, लेकिन उसके बाद कहीं ओर चला गया.