नोएडा: दिल्ली में पढ़ने वाले एक छात्र को यूपी पुलिस उठाती है, रात भर लड़के और उसके पिता का टॉर्चर किया जाता है. उन्हें करेंट लगाया जाता है. और कई धमकियां भी दी जाती हैं. जबरन लड़के से गुनाह कबूल कराया जाता है, और फिर होता है फर्जी एनकाउंटर, जिसमें उस छात्र पर पुलिस के होनहार अफसर गोली दागते हैं. बाद में 1 लाख रुपये लेकर लड़के के पिता को छोड़ दिया जाता है. साथ में धमकी दी जाती है कि अगर ये राज किसी के सामने खोला तो तुम्हारी खैर नहीं.
ये कहानी किसी वेब सीरीज की नहीं है, बल्कि ये काला कारनामा है उत्तर प्रदेश पुलिस का, जिसने बीटेक की पढ़ाई कर रहे छात्र के भविष्य पर जुर्म की कालिख पोत डाली. जिसके सीवी में इंजीनियर लिखा जाना था वहां अपराधी लिख दिया, लेकिन कहते हैं कि सच को कुछ समय के लिए छिपाया जा सकता है, लेकिन उसे हमेशा के लिए मिटाया नहीं जा सकता, ऐसे ही इस केस में भी हुआ है, जहां कोर्ट ने इस दुखियारे पिता को इंसाफ की किरण दिखाई है.
दरअसल ये पूरा मामला जेवर थाना से जुड़ा हुआ है, जहां एक पीड़ित पिता तरुण गौतम ने आरोप लगाया था कि 4 सितंबर 2022 को देर शाम कुछ लोग सिविल वर्दी में बिना किसी वारंट के उनके घर पहुंचे थे, उन लोगों ने खुद को पुलिसकर्मी बताया, इस दौरन घर में तोड़फोड़ की गई, अलमारी में रखे 22 हजार रुपये निकाल लिये गए. इसके बाद तरुण को गाड़ी में डाल कर किसी अनजान जगह पर लेकर पहुंचे. जहां वो लोग तरुण से उनके बेटे के बारे में पूछते हैं. इन पुलिसकर्मियों का कहना था कि नीमला गांव में एक मर्डर हुआ है, जिसमें उनके बेटे सोमेश का नाम आया है, जिसके बाद पीड़ित पिता पुलिस को बताता है कि बेटा बीटेक की पढ़ाई कर रहा है और दिल्ली में रह कर कोचिंग करता है. जिसके बाद पुलिस की टीम सोमेश की तलाश में दिल्ली पहुंचती है, वहां उनके बेटे को बुरी तरह पीटती है और जबरन जेवर थाने लाया जाता है. यहां दोनों पिता-पुत्र के साथ खूब टॉर्चर किया जाता है, उन्हें पीटने के अलावा बिजली का करंट भी लगाया जाता है. पुलिसवाले धमकी देते हैं कि जैसा हम बोलते हैं वैसा ही करने नहीं तो तुम दोनों को मार देंगे.
6 सितंबर को किया था एनकाउंटर
दो दिन तक पुलिस का ये टॉर्चर चलता रहता है, उसके बाद 6 सितंबर 2022 की रात आती है जब पुलिस समेश के दोनों हाथ पीछे की तरफ बांध देती है, उसकी आंखों पर पट्टी बांध कर किसी अज्ञात जगह पर ले जाते हैं, और उसके पैर में गोली मार कर एनकाउंटर दिखा दिया जाता है. इस दौरान पुलिस दिखाती है कि सोमेश को गिरफ्तार करते समय उसके पास से एक बाइक और पिस्टल बरामद हुई है. जिसके बाद तरुण गौतम को भी धमकी दी जाती है कि अगर किसी को कुछ बताया तो जान से मार देंगे, बाद में सोमेश पर कई फर्जी मुकदमे लाद कर गैंगस्टर एक्ट भी लगा दिया जाता है, तरुण गौतम को छोड़ेने के लिए पुलिस एक लाख रुपये की डिमांड करती है, किसी तरह परिजन पैसों का इंतजाम करते हैं, तब जाकर उन्हें पुलिस के चुंगल से मुक्ति मिलती है.
अधिकारियों से लगाई गुहार लेकिन नहीं हुई सुनवाई
बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए तरुण हर अधिकारी के दर पर पहुंचते हैं, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं होती. हर जगह ठोकर ही मिलती है. अंत में परेशान होकर एक पिता अपने बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए न्यायालय की शरण में पहुंचता है. तरुण बताते हैं कि वो सारे काम छोड़ कर बेटे को बचाने में जुट गए, क्योंकि उन्हें भरोसा था कि बेटा बेगुनाह है.
दिल्ली से मिला सबूत
बेटे की बेगुनाही का सबूत ढूंढने तरूण दिल्ली पहुंचते हैं, जहां सोमेश किराए पर रहता था. और यहीं उन्हें उम्मीद की किरण नजर आती है. वो आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज इकट्ठा करते हैं. फिर इन फुटेज को लेकर ग्रेडर नोएडा सीजेएम कोर्ट में पहुंचते हैं. इन फुटेज में पुलिस साफ तौर पर सोमेश को पकड़ कर लाती हुई दिख रही है. ये वीडियो यूपी पुलिस के काले कारनामे की पूरी पोल खोल कर रख देता है. कोर्ट अपने आदेश में लिखता है कि विपक्षी लोक सेवक हैं इस लिए पुलिस कमिश्नर से आदेश लेना जरूरी है. कमिश्नर से अनुमति मिलने के बाद वो दिन आता है जिसका इंतजार गौतम परिवार 3 साल से कर रहा था. मंगलवार के दिन इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया जाता है.
12 पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज
कोर्ट के आदेश के बाद जेवर थाना के तत्कालीन प्रभारी समेत 12 पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज हो चुका है. इनमें एक SHO, 6 दरोगा और 5 कॉनस्टेबल शामिल हैं. इन सभी के ऊपर बीटेक छात्र को कस्टडी में रखकर टॉर्चर करने, सुनसान जगह पर ले जाकर गोली मारने, फर्जी मुठभेड़ दिखाने का आरोप लगा है. तो वहीं पीड़ित पक्ष के वकील का कहना है कि हम CBCID जाएंगे, क्योंकि हमें डर है कि पुलिस जांच को बाधित कर सकती है.
2022 में हुआ था हिस्ट्रीशीटर नागेश का मर्डर
सितंबर 2022 में नीमका गांव में हिस्ट्रीशीटर नागेश की गोली मार कर हत्या हुई थी, नागेश को सुंदर भाटी गैंग का सदस्य बताया जाता था. इसी मामले में पुलिस ने सोमेश गौतम का एनकाउंटर किया था