राउज एवेन्यू कोर्ट की विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा ने बुधवार को AAP नेता दुर्गेश पाठक को एक लाख रुपए के जमानत बांड पर जमानत दे दी. साथ ही अन्य आरोपियों ने भी अपने जमानत बांड जमा किए. दुर्गेश पाठक और अन्य आरोप-पत्रित आरोपी राउज एवेन्यू कोर्ट द्वारा जारी समन पर अदालत के समक्ष पेश हुए. वहीं सीएम अरविंद केजरीवाल और हिरासत में लिए गए अन्य आरोपियों को तिहाड़ जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया, जबकि विनोद चौहान शारीरिक रूप से पेश हु. चौहान मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हिरासत में हैं.
अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत 25 सितंबर तक बढ़ा दी गई है. CBI द्वारा दायर पूरक आरोप-पत्र पर संज्ञान लेने के बाद राउज एवेन्यू कोर्ट ने आरोपियों के लिए समन और प्रोडक्शन वारंट जारी किए. सुनवाई के बाद, CBI ने कहा कि वह आरोप-पत्र दायर करने वाले आरोपियों के वकीलों को पूरक आरोप-पत्र की प्रतियां उपलब्ध कराएगी. अप्रकाशित दस्तावेजों की सूची भी बाद में उपलब्ध कराई जाएगी.
CBI ने अरविंद केजरीवाल, दुर्गेश पाठक, अमित अरोड़ा, शरत चंद्र रेड्डी, आशीष माथुर और विनोद चौहान के खिलाफ पूरक आरोप-पत्र दायर किया था. 3 सितंबर को अदालत ने पूरक आरोप-पत्र का संज्ञान लिया था. इससे पहले, CBI ने केजरीवाल और दुर्गेश पाठक, जो एक विधायक हैं, के खिलाफ अपेक्षित अभियोजन स्वीकृति दायर की थी. CBI का आरोप है कि दक्षिण समूह से प्राप्त धन का इस्तेमाल AAP के गोवा चुनाव अभियान के लिए किया गया था.
यह भी आरोप है कि केजरीवाल ने गोवा के 40 निर्वाचन क्षेत्रों में प्रत्येक उम्मीदवार को 90 लाख रुपए प्रदान करने का वादा किया था. विशेष लोक अभियोजक (एसपीपी) डी.पी. सिंह, मनु मिश्रा के साथ CBI के लिए पेश हुए. उन्होंने कहा कि यह चौथा और अंतिम आरोप-पत्र है और आगे कोई जांच अपेक्षित नहीं है. एसपीपी डी.पी. सिंह ने दलील दी कि केजरीवाल विजय नायर के जरिए साउथ ग्रुप के संपर्क में थे, जिन्हें केजरीवाल ने मीडिया मैनेजर के तौर पर नियुक्त किया था. साउथ ग्रुप से मिले पैसे का इस्तेमाल AAP के गोवा चुनाव प्रचार में किया गया और केजरीवाल ने कथित तौर पर 40 निर्वाचन क्षेत्रों में प्रत्येक उम्मीदवार को 90 लाख रुपए देने का वादा किया.
राघव मगुंटा ने कथित तौर पर केजरीवाल से मुलाकात की थी. सिंह ने आगे दलील दी कि दुर्गेश पाठक गोवा चुनाव के प्रभारी थे. गोवा चुनाव पर खर्च किया गया सारा पैसा पाठक के निर्देश पर ही किया गया था. वह दिल्ली से विधायक हैं. एसपीपी डीपी सिंह ने उन गवाहों का भी जिक्र किया जिन्होंने दावा किया कि पंजाब की एक कारोबारी महिला को धमकाया गया था. उन्होंने महादेव शराब कांड और गवाह सनी मारवाह, पुनीत दीवान और जसदीप कौर चड्ढा का जिक्र किया. आरोप है कि अमित अरोड़ा ने मामले में सरकारी गवाह दिनेश अरोड़ा का भाई होने का दावा करते हुए पुनीत दीवान और एक अन्य गवाह को धमकाया था. सिंह ने आरोपी शरत चंद्र रेड्डी का भी जिक्र किया, जिसने कथित तौर पर 14 करोड़ रुपए का इंतजाम किया और दिल्ली में पांच शराब की दुकानें खरीदीं.
सिंह ने विनोद चौहान, अमित अरोड़ा, जगदीप कौर चड्ढा, पुनीत दीवान और अनंत एस. अय्यर से जुड़ी व्हाट्सएप चैट का भी जिक्र किया, जो सभी महादेव शराब मामले से संबंधित हैं. सिंह ने AAP के गोवा उम्मीदवारों के बयानों का भी हवाला दिया, जिन्होंने दावा किया कि केजरीवाल ने उन्हें चुनाव के लिए जरूरी फंड की चिंता न करने को कहा था.
सिंह ने आगे कहा कि पैसे पाठक के निर्देश पर ट्रांसफर किए गए थे. सीएम अरविंद केजरीवाल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए और उन्हें लो ब्लड शुगर के कारण दोपहर के भोजन के लिए वीसी सत्र छोड़ने की अनुमति दी गई. CBI के एसपीपी ने आगे कहा कि एक अन्य आरोपी विनोद चौहान, के. कविता के पीए के साथ काम कर रहा था.