नई दिल्ली: फीफा (FIFA) ने नियमों का उल्लंघन करने को लेकर पाकिस्तानी एसोसिएशन पर बड़ी कार्रवाई की है. मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार, फीफा ने पाकिस्तान फुटबॉल फेडरेशन (PFF) पर प्रतिबंध लगा दिया है, क्योंकि इसने संवैधानिक संशोधनों को लागू करने में विफल रहा, जो फेडरेशन द्वारा देश में खेल के न्यायपूर्ण और कुशल प्रशासन के लिए आवश्यक माने जाते हैं.
क्यों हुआ ऐसा?
फीफा ने कहा है कि प्रतिबंध तब तक जारी रहेगा जब तक PFF कांग्रेस आवश्यक संशोधनों को अपनाती नहीं है. पाकिस्तान फुटबॉल फेडरेशन पर जून 2019 से फीफा द्वारा नियुक्त सामान्यीकरण समिति का नियंत्रण है. इस समिति को चुनाव कराने और संघ के भीतर आंतरिक संघर्षों को हल करने का काम सौंपा गया था, लेकिन इसने अपने जनादेश को पूरा करने के लिए संघर्ष किया है. हालांकि पाकिस्तान फेडरेशन की तरफ से अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गई है.
संशोधनों में देरी
पिछले पांच वर्षों में नेतृत्व में कई बदलावों के बावजूद, पाकिस्तान की फुटबॉल संरचना के भीतर मूलभूत मुद्दे बने हुए हैं. सामान्यीकरण समिति राज्य द्वारा संचालित पाकिस्तान स्पोर्ट्स बोर्ड के साथ भी मतभेदों में है, जिसने संवैधानिक संशोधनों में और देरी की है. इस सप्ताह की शुरुआत में, PFF सामान्यीकरण समिति के अध्यक्ष हारून मलिक ने एक संसदीय पैनल को चेतावनी दी थी कि उनका कार्यकाल 15 फरवरी को समाप्त हो जाएगा और यदि संशोधनों को लागू नहीं किया गया तो पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगने का खतरा है. यह पाकिस्तान के फुटबॉल संघ पर 2017 के बाद से तीसरी बार प्रतिबंध लगाया गया है.