नई दिल्ली: पहलगाम हमले के बाद से ही दिल्ली में हलचलें तेज हो चुकी हैं. इन्हीं हलचलों में काफी अहम मानी जा रही है पीएम मोदी की हाई लेवल मीटिंग, जो पीएम आवास पर की गई है. इस मीटिंग में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ तीनों सेनाओं को प्रमुख शामिल हुए ही. साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और सीडीएस अनिल चौहान भी मीटिंग में पहुंचे थे.
इस बैठक की सबसे खास बात ये थी कि यहां केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, असम रायफल्स और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के महानिदेशक के साथ सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक भी मौजूद थे. साथ ही सीआईएसएफ, सीआरपीएफ और एसएसबी के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे. इन सभी अधिकारियों के साथ पीएम मोदी ने पाकिस्तान के खिलाफ चल रही तनातनी पर देश के हालातों की जानकारी तो ली ही. इसके साथ ही सूत्रों के हवाले से ये बात भी सामने आई है कि प्रधानमंत्री मोदी ने सभी अधिकारियों से ये भी जाना कि पाकिस्तान पर कब तक अटैक किया जा सकता है.
बॉर्डर के पास के इलाकों में रहने वाले भारतीयों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया जा चुका है या नहीं. साथ ही उन्होंने ये जानकारी भी इस मीटिंग में ली है कि कोई पाकिस्तानी अभी भी भारत में बाकी तो नहीं रह गया, जो भी पाकिस्तानी वीजा लेकर भारत में पहुंचे थे उन्हें वापस उनके मुल्क भेजा जा चुका है या नहीं.
प्रधानमंत्री मोदी की इस मीटिंग को इस लिए भी इतना अहम माना जा रहा है क्योंकि यहां देश के सभी सुरक्षाबलों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. इसलिए देश में एक संदेश ये भी जा रहा है कि अब पीएम मोदी पूरा तरह से मन बना चुके हैं पाकिस्तान पर अटैक करने के लिए. यह बैठक देश के लोगों को यह भरोसा दिलाती है कि सरकार उनकी सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. प्रधानमंत्री और उनके सहयोगी मिलकर यह सुनिश्चित करेंगे कि आतंकवादियों को कड़ा जवाब दिया जाए और आम लोगों की जान-माल की रक्षा हो.