नई दल्ली: पाकिस्तान के साथ-साथ अब एक और भारतीय दुश्मन अपने रंग दिखाने लगा है. इस दुश्मन का नाम है गुरपतवंत सिंह पन्नू, जिसने भारतीय सिखों से अपील की है कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध होता है तो सिख सैनिक पाकिस्तान का साथ दें, भारत की तरफ से युद्ध ना लड़ें. बल्कि भारतीय सेना को रोकने में पाकिस्तानी आर्मी की मदद करें.
ये भारत का आखिरी युद्ध होगा- पन्नू
कनाडा में छिप कर बैठे इस खालिस्तानी आतंकवादी ने दावा किया है कि अगर भारत ने पाकिस्तान पर हमला किया तो भारत और मोदी के लिए ये आखिरी युद्ध साबित होगा. युद्ध के बाद पंजाब भारतीय कब्जे से आजाद हो जाएगा. इसके साथ ही इस आतंकी ने कहा है कि युद्ध होने पर भारतीय पंजाब, पाकिस्तानी सेना के जवानों के लिए लंगर लगाए, उनकी मदद करे और हम भारतीय सेना को रोकेंगे. पन्नू के इस बयान को पाकिस्तानी अखबरा द डॉन में की रिपोर्ट में छापा गया है.
पहले भी ऐलान कर चुका है पन्नू
आतंकी पन्नू का ये कोई पहला ऐसा बयान नहीं है जब उसने पाकिस्तान के समर्थन की बात कही हो, इससे पहले आजाद डिजिटल से बात करते हुए भी सिख फॉर जस्टिस प्रमुख पन्नू पाकिस्तान को समर्थन देने की बात कर चुका है. उस बातचीत के दौरान इसने कहा था कि आज 2025 है ये कोई 1965 या 1971 नहीं है. मैं पाकिस्तान के लोगों को पूरा भरोसा दिलाना चाहता हूं कि हम पाकिस्तान के समर्थन में पूरी तरह ईंट के जैसे खड़े हैं. भारतीय सेना की इतनी हिम्मत नहीं है कि वो पंजाब पार करके पाकिस्तान पर हमला कर सके. क्योंकि इस मुल्क पाकिस्तान का नाम ही पाक है. इस दौरान गुरपतवंत पन्नू ने कहा था कि अब पाकिस्तान को ये बात समझ लेनी चाहिए कि सिख समझ चुके हैं.
पन्नू के इस बयान के बाद सुरक्षा एजेंसियां पंजाब में भी एक्टिव हो चुकी हैं, और वहां खालिस्तानी आतंकियों के साथ मिले लोगों की पहचान करने में जुटी हैं. हालांकि पन्नू की ये बात भी पाकिस्तानी परमाणु हमले वाली गीदड़भभकी से ज्यादा कुछ नहीं है. क्योंकि कनाडा में बैठा भारत का दुश्मन पन्नू सिर्फ पंजाबी लोगों के दिल में जहर भरने का काम कर रहा है.