भारत सरकार के अथक प्रयासों के चलते कतर की जेल में बंद आठ पूर्व नौसेना अफसरों को कतर ने आजाद करने का फैसला ले लिया है। इन आठ में से सात लोग भारत लौट चुके हैं। ये सभी पूर्व अफसर दाहरा ग्लोबल कंपनी के लिए काम कर रहे थे।
जब इन पूर्व अधिकारियों ने भारत की धरती पर कदम रखा तो उनका दिल बस यही कह रहा था कि “मोदी है तो मुमकिन” है। क्योंकि इनकी वो दूसरी जिंदगी मिली है, जिसकी उम्मीद में कई लोग जेलों में ही दम तोड़ देते हैं। ये सभी अधिकारी कतर की नौसेना को ट्रेनिंग देते थे, लेकिन वहां की खुफिया एजेंसी ने अक्टूबर 2022 में इन्हें जासूसी के आरोप में पकड़कर जेल में डाल दिया, और सबसे बड़ी हैरानी तब हुई जब भारत सरकार को इसकी जानकारी कई दिन बाद मिली। तब मोदी सरकार ने दोहा में भारतीय राजदूत और मिशन के उप प्रमुख को इनसे मुलाकात करने के लिए भेजा। इन्हें कांसुलर एक्सेस मिला, पर राहत नहीं मिल पा रही थी। जिस कंपनी के लिए ये अधिकारी काम कर रहे थे, उनके सीईओ ने मदद की कोशिश की तो उन्हें भी जेल जाना पड़ा।
सबसे बड़ा झटका इन अधिकारियों को अक्टूबर 2023 में लगा जब वहां की अदालत ने इन्हें सजा सुनाई, पर कहते हैं जब सारी उम्मीदें खत्म होती हैं तब एक नया रास्ता भी खुलता है, अगले ही महीने मोदी सरकार ने बड़े-बड़े कानूनी जानकारों की राय लेकर कतर की हाईकोर्ट में इनकी सजा के खिलाफ याचिका दायर की, उधर कोर्ट में सुनवाई चल रही थी और इधर मोदी अपने स्तर पर कोशिश करने में लगे थे। दिसंबर 2023 में ही ये ख़बर आई कि इनकी सजा कम कर दी गई है। ये वही महीना था जब पीएम मोदी COP 28 शिखर सम्मेलन में शामिल होने दुबई पहुंचे थे।
वहां उन्होंने सम्मेलन से अलग हटकर कतर के अमीर से मुलाकात की थी और ये तस्वीरें उसी दौरान की है। कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस दौरान इन पूर्व नौसैनिकों का मुद्दा भी उठाया था, जिसके बाद उनकी घर वापसी का रास्ता तय हो गया था। हालांकि ये बातें कभी अधिकारिक तौर पर सामने नहीं आई, पर मोदी और जयशंकर की जोड़ी ने विदेश नीति को जो मजबूती दी है, वो बताता है कि भारत बदल रहा है। पीएम मोदी के दौरे के करीब एक महीने बाद यानि इसी साल जनवरी महीने में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ये तक कहा था कि हमारे पास कोर्ट का आदेश है, हमारी कानूनी टीम लगातार काम कर रही है। और अब 12 फरवरी को उनका हिंदुस्तान आना भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत है। जो ओवैसी ये कह रहे थे कि पीएम मोदी बड़ी-बड़ी बातें करते हैं कि इस्लामिक देश उनसे कितना प्यार करते हैं, उन्हें अपने पूर्व अधिकारियों को वापस लाना चाहिए। अब भारत सरकार की इस जीत पर क्या कहेंगे।