आज के दौर में जब बिजली कभी भी जा सकती है, इन्वर्टर एक सच्चा साथी बन चुका है। लेकिन क्या आपने कभी गौर किया कि जितनी उम्मीदें आप इससे लगातें हैं, क्या उतनी देखभाल आप इसकी बैटरी की करते हैं? इन्हीं छोटी लापरवाहियों की वजह से अक्सर बैटरियां वक्त से पहले जवाब दे जाती हैं और फिर शुरू होता है खर्च का सिलसिला। तो अब वक्त है कि जानिए वो बातें, जो आपकी इन्वर्टर बैटरी की उम्र तय करती हैं।
कितना पानी डालना चाहिए
बैटरी में पानी डालना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है सही पानी और सही मात्रा का ध्यान रखना। कई लोग बैटरी में RO का या गर्म पानी डाल देते हैं, जो अंदर ही अंदर उसे नुकसान पहुंचाता है। एक्स्ट्रा पानी भरने से न सिर्फ बैटरी ओवरफ्लो हो सकती है, बल्कि उसके अंदर की प्लेट्स भी डैमेज हो जाती हैं। अगर आप चाहतें हैं कि बैटरी लंबे समय साथ दे, तो केवल डिस्टिल्ड वॉटर का ही इस्तेमाल करें और Max-Min के बीच में ही इसे डालें।
बैटरी को न बनाए घूमता फिरता सामान
हर बार बैटरी को उठा-उठाकर कभी इधर, कभी उधर रखने की आदत उसे अंदर से हिला देती है। बैटरी के लिए सबसे अच्छा यही है कि उसे एक स्थिर, सुरक्षित और सपाट जगह दी जाए, अगर एक बार रख दिया तो वहीं रहने दें।अक्सर घर की साफ-सफाई या रिनोवेशन में लोग बैटरी को अनजाने में भी इधर-उधर कर देते हैं, जो उसकी लाइफ पर असर डालता है।
बैटरी को बंद कमरे में न रखें
जब बैटरी चार्ज होती है, तो उसमें से गैसें निकलती हैं और अगर उन्हें बाहर निकलने का रास्ता न मिले, तो खुद बैटरी ही दम घुटने लगेगी। बैटरी को ऐसी जगह पर रखें जहां खुली हवा आती-जाती हो। वेंटिलेशन जितना अच्छा होगा, उसका परफॉर्मेंस भी उतना ही बेहतर रहेगा। बंद अलमारी या कोनों में छुपा देने से बैटरी गर्म रहेगी हमेशा जो खतरा कर सकती है।
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