नई दिल्ली: महाराष्ट्र के बीड जिले में शुक्रवार को एक महिला वकील को कथित तौर पर सरपंच और उसके समर्थकों ने बुरी तरह पीटा. यह घटना तब हुई जब वकील ने शोर प्रदूषण की शिकायत पुलिस से की थी. इस घटना ने विपक्षी दलों और लोगों में गुस्सा पैदा कर दिया है. पुलिस के अनुसार, ज्ञानेश्वरी अंजन नाम की महिला वकील, जो अंबाजोगाई सत्र न्यायालय में प्रैक्टिस करती हैं, को बीड के संगांव गांव में सरपंच और उसके समर्थकों ने लोहे की पाइप और लकड़ी की छड़ियों से पीटा. यह हमला सुबह हुआ जब उन्होंने पास के मंदिर से आने वाले शोर की शिकायत की थी.
वायरल की तस्वीरें
ज्ञानेश्वरी ने अपनी पीठ पर गंभीर चोटों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कीं, जो तेजी से वायरल हो गईं. इन तस्वीरों ने नेटिजन्स और राजनीतिक नेताओं में गुस्सा पैदा कर दिया. यूसुफ वडगांव पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि इस हमले के संबंध में 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, हालांकि, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
विपक्ष का सरकार पर हमला
महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख हर्षवर्धन सपकाल ने इस घटना को भाजपा नीत सरकार की विफलता का सबूत बताया, उन्होंने कहा, "एक महिला वकील को गांव के सरपंच और उसके कार्यकर्ताओं ने खेत में ले जाकर लाठी और लोहे की पाइप से बेरहमी से पीटा. वह बेहोश हो गई और कुछ समय के लिए अस्पताल में थी. अगर एक वकील सुरक्षित नहीं है, तो आम नागरिकों का क्या होगा? गृह मंत्रालय के पास पूर्णकालिक मंत्री (देवेंद्र फडणवीस) हैं, फिर भी अपराधियों पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही?"
राकांपा (एसपी) के लोकसभा सांसद अमोल कोल्हे ने इसे महाराष्ट्र जैसे प्रगतिशील राज्य पर धब्बा बताया. उन्होंने कहा, "जीजाबाई, अहिल्याबाई होल्कर और सावित्रीबाई फुले जैसे प्रतीकों वाले राज्य में यह घटना शर्मनाक है. शोर प्रदूषण की शिकायत करने वाली महिला की पिटाई दिखाती है कि अपराधी बेखौफ हैं."
सरकार पर सवाल
कोल्हे ने सत्तारूढ़ भाजपा, शिवसेना, और राकांपा गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि नेता सत्ता के लिए आपस में लड़ रहे हैं, जबकि कानून-व्यवस्था बिगड़ रही है. उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, जो गृह विभाग भी संभालते हैं, से इस घटना पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की.