झारखंड: देश के गृहमंत्री अमित शाह ने देश की जनता से एक वादा किया है कि वो 2026 में नक्सलवाद को जड़ से खत्म कर देंगे. इसी कड़ी में सुरक्षाबलों का ताबड़तोड़ एक्शन जारी है. सारंडा के जंगलों में करोड़ों के इनामी नक्सली मिसिरा बेसरा के पीछे सुरक्षाबल पूरी तरह लगे हुए हैं. मिसिरा की तलाश में झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ की टीम सारंडा के जंगलों में पहुंचती है, उन्हें जानकारी मिली थी कि इसी जंगल को मिसिरा बेसरा ने ठिकाना बनाया था. छानबीन में सुरक्षाबलों को एक बंकर मिला है. जिसके अंदर इस नक्सली ने ठिकाना बनाया हुआ था. लेकिन सुरक्षाबलों के पहुंचने से पहले ही मिसिरा गायब हो चुका था, लेकिन अब इसके गोपनीय ठिकाने को ध्वस्त किया जा चुका है. सिर्फ इतना ही नहीं मिसिरा के 6 और मोर्चे भी तबाह किये जा चुके हैं. इस सर्च ऑरेशन में 5 आईईडी बम और अन्य विस्फोटक सामान भी बरामद हुए हैं.
लुईया और बकराबेरा में सुरक्षा बलों ने चलाया ऑपरेशन
सुरक्षाबलों ने मंगलवार को टोंटो थाना में पड़ने वाले वनग्राम लुईया और बकराबेरा के नजदीकी इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया था. इसी सर्च ऑपरेशन में इलाके के जंगलों में सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए आईईडी बम भी लगाए गए थे. जिन में से 2 आईईडी को सुरक्षाबलों ने बम निरोधक दस्ते की मदद से वहीं नष्ट कर दिया.
एक्टिव हुए थे नक्सली इसलिए शुरू हुआ था सर्च ऑपरेशन
लगातार मिटते नक्सलवाद को दोबारा जीवंत करने के लिए भाकपा माओवादी के बड़े नेता दोबारा एक्टिव होने की कोशिश कर रहे हैं. इसीलिए सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया है. इन नेताओं में निसिरा बेसरा, असीम मंडल, अजय महतो, अनमोल, मोछू, चंदन लोहरा और अनल जैसे कई नक्सली बाहर निकल कर अपने गिरोह को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. इसी वजह से सुरक्षाबलों की अलग-अलग कंपनियों ने संयुक्त टीम बनाकर सर्च ऑपरेशन शुरू किया है. इसी ऑपरेशन के दौरान मिसिरा बेसरा का ये ठिकाना सुरक्षाबलों के रडार पर आया था, जिसे अब पूरी तरह से निस्तोनाबूत कर दिया गया है.