नई दिल्ली: रीवा के सांसद जनार्दन मिश्रा ने बड़ागांव में एक अनोखी पहल की. सेवा पखवाड़ा के दौरान मंगलवार को वे गांव पहुंचे थे, जहां उन्होंने गंदे दिख रहे बच्चों को नहलाया, उनके कपड़े धोए और नाखून भी काटे. इस दौरान उन्होंने ग्रामीण महिलाओं को बताया कि बच्चों की सफाई का ध्यान रखना क्यों जरूरी है.
उन्होंने जोर देकर कहा कि स्वच्छता से न केवल स्वास्थ्य बेहतर होता है, बल्कि बच्चों में आत्मविश्वास भी बढ़ता है.सांसद ने बच्चों को स्कूल के लिए तैयार किया और माता-पिता से आग्रह किया कि वे बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ उनकी साफ-सफाई पर भी ध्यान दें. उनका कहना था कि साफ-सुथरे बच्चे स्कूल में ज्यादा आत्मविश्वास के साथ सीखने में सक्षम होते हैं.
यह पहली बार नहीं है जब जनार्दन मिश्रा ने ऐसा कदम उठाया हो. इससे पहले भी वे स्वच्छता अभियान के तहत शौचालय साफ करके सुर्खियां बटोर चुके हैं. गांववासियों ने सांसद को बच्चों की देखभाल करते देख आश्चर्य जताया और कहा कि नेताओं को इस तरह के कार्यों में कम ही देखा जाता है.
भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के अवसर पर सेवा पखवाड़ा अभियान की शुरुआत की है. यह अभियान 17 सितंबर 2025 से 2 अक्टूबर 2025 तक चलेगा, जो महात्मा गांधी की जयंती तक जारी रहेगा. इसका मुख्य उद्देश्य सेवा कार्यों के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना और स्वच्छता, स्वास्थ्य व विकास योजनाओं को बढ़ावा देना है.