नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन ने शुक्रवार को संभल प्रशासन द्वारा सड़क पर नमाज अदा करने की अनुमति न दिए जाने के फैसले पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच मतभेद पैदा करने के लंबे समय से चल रहे प्रयासों पर जोर देते हुए कहा, "हम 'गंगा-जमुनी' परंपराओं से आते हैं." उन्होंने महाकुंभ की घटना को याद किया, जहां मुस्लिम परिवारों ने भगदड़ के दौरान श्रद्धालुओं की मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जो एकता और आपसी सहयोग की भावना का प्रमाण है.
सुमन ने समुदाय से ऐसे कार्यों से बचने का आग्रह किया जो धार्मिक मान्यताओं का अनादर कर सकते हैं, जिससे विभिन्न धर्मों के बीच समझ और सहयोग की आवश्यकता पर बल मिलता है. सांसद रामजीलाल सुमन ने कहा, "लंबे समय से हिंदू और मुसलमानों के बीच तनाव पैदा करने की कोशिश की जा रही है.
हम 'गंगा-जमुनी' परंपराओं से आते हैं. महाकुंभ के दौरान जब भगदड़ मची थी, तो मुस्लिम परिवारों ने ही श्रद्धालुओं को अंदर ले जाकर उनकी देखभाल की थी. हमें ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए जिससे किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचे."
बता दें कि अलविदा जुमा और ईदगाह की नमाज केवल निर्धारित प्रार्थना स्थलों पर ही अदा की जाएगी, सड़क और छतों पर लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध रहेगा. लाउडस्पीकर के इस्तेमाल से संबंधित स्थापित सरकारी नियम अनिवार्य रहेंगे. अतिरिक्त एसपी श्रीश चंद्र, एसडीएम डॉ. वंदना मिश्रा और क्षेत्राधिकारी अनुज चौधरी के नेतृत्व में बुधवार को सदर कोतवाली में शांति समिति की बैठक हुई. समिति ने शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण त्योहार मनाने का आग्रह किया.
इन निर्देशों को पूरे यूपी के अन्य जिलों में भी लागू किया गया है. एएसपी श्रीश चंद्र ने बताया, "कोतवाली संभल में सभी धर्मों और समुदायों के लोगों के साथ शांति समिति की बैठक हुई. बैठक में स्पष्ट रूप से बताया गया कि नमाज मस्जिदों और ईदगाह के अंदर ही अदा की जाएगी, बाहर सड़कों पर नहीं. बिजली और पानी से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की गई और समय रहते उनका समाधान कर दिया जाएगा. नियमों के अनुपालन पर भी जोर दिया गया. जोनल सेक्टर व्यवस्था पहले की तरह लागू रहेगी और पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहेगा. यह सुनिश्चित किया जाएगा कि नमाज छतों पर न अदा की जाए."