Blind Murder Case: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक ब्लाइंड मर्डर होता है, जंगल के बीच पुलिस को लड़की का अधजला शव मिलता है, लेकिन पहचान नहीं हो पाती, पुलिस की टीम परेशान होती है कि आखिरकार ये शव किसका है? लंबी तलाश चलती है लेकिन शव का पता नहीं चलता, इसके बाद पुलिस इंस्टाग्राम की मदद से मृतक की पहचान करती है, उसके बाद उस लड़की के घर पुलिस पहुंचती है, जहां कुछ संदिग्ध लगता है, फिर परिवार से पूछताछ होती है, इस पूछताछ में जो खुलासा होता है उसे सुन कर पुलिस अधिकारी भी दंग रह जाते हैं, क्योंकि सम्मान के लिए पिता और भाई ने ही 23 साल की लड़की की हत्या कर डाली थी.
3 मई को मिला था शव
दरअसल 3 जून को पुलिस को एक जला हुआ शव जंगल में मिला था, जल जाने की वजह से शव को पहचानना मुश्किल हो रहा था, जिसके बाद यूपी पुलिस के सिपाही जोगिंदर और ललित सोशल मीडिया की मदद से लड़की की पहचान कर लेते हैं, इस लड़की का नाम सरस्वती था. जो कि ककरौली थाना क्षेत्र के कटिया गांव में रहती थी. पहचान मिलने के बाद पुलिस इस लड़की को तलाश करने में जुट गई. और फिर एक-एक करके कई चौंकाने वाले खुलासे हुए.
खानदान की इज्जत के लिए ली जान
23 वर्षीय सरस्वती के कातिलों को तलाशती पुलिस कटिया गांव में उसी के घर पहुंची, जहां पुलिस को कुछ संदिग्ध लगा, पुलिस टीम को महसूस हुआ कि परिवार के लोग कुछ छिपा रहे हैं, जिसके बाद मृतका के पिता से कड़ाई के साथ पूछताछ की जाती है, जिसमें वो टूट जाता है और सारा सच पुलिस को बता देता है. आरोपी राजवीर का कहना है कि बेटी की वजह से पूरे परिवार का अपमान हो रहा था. बेटी की दो बार शादी हो चुकी थी. लेकिन वो हर बार रिश्ता तोड़ लेती थी, क्योंकि उसके कई जगह प्रेम संबंध थे. इसी बात से परेशान होकर पिता राजवीर और भाई सुमित ने 30 मई की रात को गला दबा कर सरस्वती की हत्या कर डाली. उसके बाद वो बाइक से शव को जंगल में लेकर गए जहां पेट्रोल डाल कर शव को आग लगा दी.