नई दिल्ली: भारत सरकार अब पाकिस्तान के खिलाफ आर-पार के मूड में नजर आ रही है. पहले पीएम मोदी देश के नाम संबोधन में सीधे कहते हैं कि पाकिस्तान से सिर्फ आतंकवाद और पीओके पर बात होगी, तो आज विदेश मंत्रालय ने भी अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पाकिस्तान को साफ शब्दों में कह दिया है कि जितना जल्दी हो सके पाकिस्तान पीओके को खाली करे. अब सिर्फ पीओके पर ही बात होगी. इसके साथ ही विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में किसी तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप हमें बिलकुल पसंद नहीं है. इस बात को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए चेतावनी की तरह देखा जा रहा है. इसके अलावा तुर्केय के लिए भी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हम उसकी गतिविधियों को नोट कर रहे हैं.
पीओके खाली करे पाकिस्तान- विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे रणधीर जायसवाल ने साफ शब्दों में कहा कि पाकिस्तान के साथ अब बात सिर्फ पीओके पर होगी, जितना जल्दी हो सके पाकिस्तान अब पीओके को खाली करे. इस दौरान उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हमें किसी तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप हमें बिलकुल भी पसंद नहीं है. इन शब्दों को अमेरिका किए चेतावनी की तरह देखा जा रहा है. क्योंकि पिछले कुछ दिनों से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई बार जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता करने की पेशकश कर चुके हैं. लेकिन भारत ने अब सीधे तौर पर इस प्रस्ताव को भी ठुकरा दिया है. इसके अलावा पाकिस्तान को हथियारों की सप्लाई करने वाले तुर्केय को भी भारत ने चेताया है. विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि हम तुर्की और चीन की हरकतों को भी नोट कर रहे हैं. बता दें कि ये तुर्की वही देश है जिसमें आपदा आने पर कई बार भारत अनाज से लेकर दवाओं तक कई सारी चीजों की मदद कर चुका है.
आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस
विदेश मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि आतंकवाद पर देश की जीरो टॉलरेंस नीति जारी रहेगी. आतंकवाद को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, अगर पाकिस्तान की तरफ से एक गोली चलेगी तो भारत की तरफ से उसका जवाब गोले से दिया जाएगा. साथ ही विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को फटकार लगाते हुए साफ कर दिया है कि वो हार के बाद भी जीत का ड्रामा कर कितना भी जश्न मना कर अपने देश की जनता को गुमराह कर ले, लेकिन भारत ने सिर्फ सीजफायर किया है, सिंधु जल समझौता अब रद्द ही रहेगा.