NEET एग्जाम का रिजल्ट आते ही विवादों में घिर हुआ है, क्योंकि इस साल सबसे ज्यादा 67 छात्रों ने एक साथ टॉप किया है. इन सभी छात्रों को 720 में से पूरे 720 नंबर मिले हैं. अब तक इतने ज्यादा छात्रों ने नीट में कभी टॉप नहीं किया है. ऐसे में ये मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया, जहां मामले की सुनवाई हुई और कोर्ट ने NTA की दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुनाया है. आइए समझते हैं सुनवाई के दौरान कोर्ट में क्या हुआ.
दरअसल NEET परीा में धांधली को लेकर सुप्रीम कोर्ट में तीन याचिकाएं दायर की गई थीं. याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान NTA ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि केवल 1563 छात्रों को दो ऑप्शन दिए गए हैं, जिन्हें रिजल्ट में ग्रेस मार्क्स मिलने के बाद से अनियमितता के आरोप लग रहे थे. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने कहा कि ये कैंडिडेट्स बिना ग्रेस मार्क्स के साथ नीट यूजी काउंसलिंग में शामिल हो सकते हैं नहीं तो उन्हें दोबारा आयोजित होने वाली नीट परीक्षा में शामिल होना होगा.
एजेंसी की तरफ से बस 6 सेंटरों पर शामिल हुए 1563 कैंडिडेट्स के लिए फिर एग्जाम कराया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट ने NTA से सवाल किया कि कितने केंद्रों पर छात्रों को समय का नुकसान हुआ? एनटीए ने जवाब दिया 6 केंद्र. सुप्रीम कोर्ट ने अगला सवाल किया कितने उम्मीदवार थे? एनटीए ने जवाब दिया 1563.
NTA से सवाल जवाब के बाद अदालत ने याचिताकर्ताओं से कहा कि NTA ने आपकी बात मान ली है और वह ग्रेस मार्क्स को हटा रहे हैं. इन छात्रों को री-नीट एग्जाम में शामिल होने का विकल्प दिया गया है. ये छात्र या तो अब दोबारा एग्जाम दे सकते हैं या फिर ग्रेस मार्क्स वाली मार्कशीट के साथ NEET UG काउंसलिंग में शामिल हो सकते हैं. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हर छात्र दोबारा परीक्षा के लिए आवेदन नहीं कर सकेगा.
दोबारा परीक्षा सिर्फ वही छात्र दे सकेंगे, जिसका समय कम कर दिया गया था. यहां पर CLAT का फैसला लागू नहीं हो सकता. वहीं सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कोई पेपर लीक नहीं हुआ है. NEET परीक्षा में 24 लाख छात्र शामिल हुए. कोर्ट में चल रही सुनवाई का मामला करीब 1500 छात्रों से जुड़ा है. सरकार कोर्ट को जवाब देने के लिए तैयार है.
इस खास मुद्दे पर विचार किया जा रहा है और इसके लिए कमेटी बानई गई है. सरकार इसकी रिपोर्ट कोर्ट के सामने पेश करेगी. NTA देश में प्रमुख परीक्षाएं यानी NEET, JEE और CUET सफलतापूर्वक करवाती है. हम इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. यानी अब 1563 छात्रों को दोबारा परीक्षा देनी होगी. उनका स्कोर कार्ड रद्द कर दिया गया है. एग्जाम 23 जून को सकता है और रिजल्ट 30 जून तक घोषित किया जाएगा.