लखनऊ: उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधी दस्ता (ATS) ने बुधवार को कानपुर आयुध कारखाने के जूनियर वर्क्स मैनेजर कुमार विकास (Kumar Vikas) को सोशल मीडिया के जरिए एक संदिग्ध पाकिस्तानी खुफिया एजेंट को संवेदनशील और वर्गीकृत जानकारी लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया. इससे पहले 13 मार्च 2025 को ATS उत्तर प्रदेश ने नेहा शर्मा नामक संदिग्ध पाकिस्तानी एजेंट के साथ साजिश रचने के आरोप में फिरोजाबाद के हजरतपुर स्थित आयुध कारखाने के कर्मचारी रवींद्र कुमार को गिरफ्तार किया था.
ATS के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि जांच के दौरान ATS को सूचना मिली कि कुमार विकास कानपुर आयुध कारखाने से गोपनीय जानकारी एक एजेंट के साथ साझा करने में शामिल था. चौधरी ने बताया, "जांच के बाद ATS ने कानपुर देहात जिले के निवासी कुमार विकास की पहचान की, जो वर्तमान में कानपुर नगर के बिठूर थाना अंतर्गत सी-131 न्यू हाईवे, नारामऊ में रहता है. कुमार विकास जनवरी 2025 में फेसबुक के जरिए कथित पाकिस्तानी एजेंट नेहा शर्मा के संपर्क में आया था."
संदिग्ध नेहा शर्मा (जिसे फर्जी पहचान माना जा रहा है) ने खुद को भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) की कर्मचारी बताया और कुमार विकास के साथ अपना व्हाट्सएप नंबर साझा किया. "गोपनीयता बनाए रखने के लिए कुमार विकास ने कथित एजेंट से संवाद करने के लिए लूडो ऐप का इस्तेमाल किया. वित्तीय लालच में आकर कुमार विकास ने कथित तौर पर नेहा शर्मा को कानपुर आयुध निर्माणी के संवेदनशील दस्तावेज, उपकरण विवरण, गोला-बारूद उत्पादन डेटा, कर्मचारी उपस्थिति पत्रक, मशीन लेआउट और उत्पादन से संबंधित चार्ट मुहैया कराए."
ATS ने कहा कि लीक हुई जानकारी भारत की एकता, अखंडता और संप्रभुता को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को बड़ा खतरा हो सकता है. परिणामस्वरूप, लखनऊ के ATS पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 148 और शासकीय गोपनीयता अधिनियम की धारा 3/4/5 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई. बताते चलें कि यूपी में आतंकवाद