नई दिल्ली: देश के कई राज्यों में शांतिपूर्ण माहौल में होली का त्योहार संपन्न हो गया. हालांकि कुछ जगहों पर छिटपुट घटनाएं भी देखने को मिली. इसी बीच पश्चिम बंगाल के बीरभूम में दो समुदायों में झड़प की खबर मिल रही है. मीडिया रिपोर्ट्स से जानकारी मिली है कि मामूली कहासुनी के बाद दोनों पक्ष के लोग एक दूसरे की जान लेने पर उतारू हो गए. इस वजह से पुलिस को इंटरनेट सेवा बंद करनी पड़ी है. पूरे इलाके में पुलिसबल तैनात हैं.
पुलिस की तरफ से जानकारी दी गई है कि घटना के बाद 20 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनपर हिंसा फैलाने का आरोप है. पुलिस की ओर से जानकारी दी गई है कि हिंसा 14 मार्च को शुरू हुई थी. दावा किया जा रहा है कि बीरभूम जिले के सैंथिया कस्बे में नशे में धुत कुछ लोग और एक समूह के बीच कहासुनी हो गई, जो थोड़ी ही देर में पत्थरबाजी में बदल गई और लोग हाथापाई भी करने लगे.
स्थिति पर लगाम लगाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा. विवाद में कुछ लोगों के घायल होने की भी खबर है. मामला और न बिगड़े इसके लिए इंटरनेट सेवा बाधित कर दी गई है. पुलिस लगातार गश्त कर हालत पर नजर रख रही है. हालांकि मैसेज और वॉइस कॉल पर रोक नहीं लगाया गया है. जिले के सैंथिया नगर पालिका, हटोरा, मठपालसा, हरिसारा, फरियापुर और फुलूर में हिंसा देखने को मिली है.
घटना पर केंद्रीय मंत्री और पश्चिम बंगाल BJP अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मीडिया के सामने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कानून-व्यवस्था को लेकर ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने आरोप लगाया कि हिंसा में शामिल टीएमसी नेताओं को ही गिरफ्तार किया गया है. यहां से भारी मात्रा में विस्फोटक भी मिले हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि ममता सरकार ने बीरभूम को ब्लास्ट फैक्ट्री में बदल दिया है. बीजेपी राज्य अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि ममता बनर्जी के नेतृत्व में बंगाल पुलिस निष्क्रिय नजर आ रही है.