नई दिल्ली: असम पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कछार जिले के सिलचर शहर में रविवार को वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई. हाल ही में लागू किए गए कानून के विरोध में सिलचर के बेरेंगा इलाके में सैकड़ों लोगों द्वारा बिना अनुमति के सड़कों पर उतरने के बाद प्रदर्शनकारियों ने पत्थर फेंके, जबकि पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में लाठियां बरसाईं.
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अधिकारी ने मीडिया को बताया कि करीब 300-400 लोगों ने सड़क जाम करके विरोध प्रदर्शन किया. जब हमने रास्ता साफ करने की कोशिश की, तो उनमें से कुछ ने हम पर पत्थर फेंके. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हमें हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा. उन्होंने कहा कि इलाके को खाली करा लिया गया है और मामला दर्ज कर लिया गया है. हालांकि, अभी तक किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है या गिरफ्तार नहीं किया गया है.'
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प्रदर्शन स्थल से प्राप्त तस्वीरों में लोग "बीजेपी वापस जाओ" के नारे लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी केंद्र और असम में सत्तारूढ़ पार्टी है. आंदोलनकारियों ने राष्ट्रीय ध्वज और काले झंडे लेकर इस अधिनियम को निरस्त करने की मांग की.
शनिवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि राज्य पुलिस के पास एक पुख्ता खुफिया रिपोर्ट है कि वक्फ अधिनियम के खिलाफ अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा विरोध प्रदर्शन के दौरान कुछ गड़बड़ी हो सकती है. सरमा ने कहा कि पुलिस बल ने किसी भी हिंसा को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया, खुफिया रिपोर्ट में शुक्रवार को साप्ताहिक प्रार्थना के बाद समस्याओं का सुझाव दिया गया था.