Nitish Kumar: 74 साल के नीतीश कुमार को जो लोग सियासत से संन्यास दिलवाना चाहते थे, जो कह रहे थे नीतीश अगली बार सीएम नहीं बनेंगे. उन्हें एक तस्वीर ने बड़ा झटका दे दिया है, और ये तस्वीर है बीजेपी नेताओं की, जो मोदी सरकार में मंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ खड़े हैं. आप सोचेंगे इस तस्वीर से नीतीश के सीएम फेस बनने का क्या नाता है, तो इसे समझने के लिए बिहार की सियासत में बीते एक हफ्ते से क्या चल रहा है, इसे समझना होगा.
दरअसल एक हफ्ते पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब भागलपुर दौरे पर गए तो उन्होंने जेडीयू और बीजेपी की संयुक्त रैली को संबोधित किया, जिसमें नीतीश कुमार को लाडले मुख्यमंत्री कहा. जिसे सुनकर कई जेडीयू नेता खुश नहीं थे, क्योंकि उन्हें उम्मीद थी अक्टूबर-नवंबर में होने वाले चुनाव को लेकर पीएम मोदी नीतीश को सीएम फेस घोषित करेंगे, लेकिन मोदी ने ऐसा नहीं किया तो आरजेडी और कांग्रेस के नेताओं को भी बड़ा मौका मिल गया, वो साफ-साफ कहने लगे नीतीश अगली बार सीएम नहीं होंगे.
यहां तक कि बीजेपी में इस बात का लेकर लंबे वक्त से विरोध चल रहा है कि जब ज्यादा सीटें बीजेपी की तो फिर सीएम जेडीयू का क्यों. अभी-अभी मंत्री पद से इस्तीफा देकर बिहार बीजेपी के अध्यक्ष बने दिलीप जायसवाल ने तो ये तक कहकर सरगर्मी और बढ़ा दी कि चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा, लेकिन मुख्यमंत्री का फैसला संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद होगा. जिसके बाद बिहार में ये चर्चा तेज हो गई कि नीतीश कुमार अगले सीएम नहीं होंगे. लेकिन नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने सियासत में आने से पहले ही ऐसा दांव चल दिया कि पूरा गेम ही पलट गया.
उनके एक बयान ने सीएम का सपना देख रहे लोगों को तगड़ा झटका दे दिया. निशांत कुमार ने कहा '' पीएम मोदी ने मेरे पिता के लिए जो कहा, वो स्वभाविक सी बात है, क्योंकि हम एनडीए गठबंधन का हिस्सा हैं.'' इससे पहले निशांत अपने पिता के लिए वोट मांगते भी नजर आए थे, जिसका असर ये हुआ कि बिहार बीजेपी की बैठक में जब मोदी कैबिनेट में मंत्री मनोहर लाल खट्टर पहुंचे तो उन्होंने मंच से साफ-साफ कहा कोई कंफ्यूजन नहीं है.
नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक बार फिर से NDA की सरकार बनवाएं. जातिवाद से ऊपर उठ कर काम करना है. मोदी जी ने जाति से ऊपर उठकर कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न दिया है. शहरी विकास और पावर डिपार्टमेंट मेरे पास है, बिहार की जो जरूरत है बताइए, हम मदद करेंगे. मंत्री जीवेश मिश्रा को भी बोल दिया हूं. इस दौरान मनोहर लाल के साथ डिप्टी सीएम सम्राट और बिहार बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल समेत कई बड़े नेता मंच पर खड़े थे. जो ये बताता है कि मोदी ने अपने मंत्री के जरिए बिहार में संदेश भिजवा दिया है कि चुनाव नीतीश के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा.
केंद्र से बिहार के विकास में भरपूर मदद दी जाएगी, ताकि बिहार प्रगति के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़े. अगर नीतीश के बेटे निशांत तेजस्वी की तरह कोई उल-जुलूल बयान देने लगते तो शायद बिहार की सियासत में नया बखेड़ा खड़ा हो सकता था, पर बाप-बेटे ने मिलकर ऐसा प्लान बनाया कि पूरा गेम पलट गया. जो राबड़ी देवी विधानसभा में खड़े होकर सफेद झूठ बोल रहीं थीं कि हमलोगों ने कोई चोरी नहीं की है, ईडी-सीबीआई ने कोई चोरी नहीं पकड़ी है, बिना चोरी लालू प्रसाद यादव को सजा हुई है. वो भी ये समझ गईं कि नीतीश कुमार के रहते सत्ता में वापसी आसान नहीं होने वाली, कहीं ऐसा न हो जाए कि लालू की तरह तेजस्वी पर भी अगले कुछ दिनों में शिकंजा कस जाए, क्योंकि कई गंभीर आरोप तो तेजस्वी यादव पर भी हैं.