नई दिल्ली: संभल को लेकर तैयार की गई रिपोर्ट में न्यायिक आयोग ने लिखा है, संभल में जिस मस्जिद को लेकर विवाद चल रहा है, दरअसल वो शिव मंदिर की जगह बनी है! 200 से अधिक लोगों का बयान दर्ज किया गया है! जिसमें आयोग ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है...जहां मस्जिद है, वहां हिन्दू सावन के महीने में शिव मंदिर में पूजा करते थे, जो कुएं थे वहां पूजा होती थी, जिसको अब पाटकर मुसलमानों ने चबूतरा बना लिया!
अखिलेश यादव के सांसद की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, हो सकता है कि आने वाले वक्त में उन्हें गिरफ्तार किया जाए! 450 पन्नों की रिपोर्ट में लिखा है! साज़िशकर्ताओं को पता था कि मस्जिद का सर्वे होना था... मस्जिद कमेटी को सर्वे की रिपोर्ट दी गई थी, वहां से सपा सांसद तक पहुंची... बर्क ने तुर्कों को भारत का असली मालिक और दूसरों को नौकर और गुलाम बताया था! इसी बात का जिक्र रिपोर्ट में किया गया है! आयोग की रिपोर्ट इसलिए मायने रखती है क्योंकि ये न्यायिक आयोग की रिपोर्ट को सुप्रीम कोर्ट भी इग्नोर नहीं करता है!
30% हिन्दू गायब, 15 दंगों ने बना दिया मिनी पाकिस्तान
साल 1947 तक संभल में 45 फीसदी हिन्दू थे, लेकिन 78 सालों में संख्या 15 फीसदी तक रह गई? सवाल ये है कि ये 30 फीसदी हिन्दू कहां हैं? उन्होंने पलायन क्यों किया होगा? योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा था... जांच करवाएंगे पूरा सच दुनिया को बताएंगे? PM मोदी और CM योगी लगातार दावा कर रहे हैं कि भारत की डेमोग्राफी बदल रही है, लेकिन संभल की रिपोर्ट तो बहुत डरावनी है! अब तक कुल 15 दंगों का जिक्र न्यायिक आयोग ने अपनी रिपोर्ट में शामिल किया है! 1978 के दंगे के बाद हिन्दुओं की संख्या तेज़ी से घटी! ज़बरन धर्मांतरण कर संख्या बदली गई! आयोग के सामने कुछ बयान दर्ज किए हैं, जिसमें लिखा है... मौत या पिटाई के डर से हिन्दुओं ने धर्म बदलना कबूल किया.
रिपोर्ट में हैरान करने वाला सच सामने आया!
वर्तमान में संभल में लगभग 80% मुस्लिम और 20% हिंदू रहते हैं. यहां 1947, 1948, 1953, 1958, 1962, 1976, 1978, 1980, 1990, 1992, 1995, 2001, 2019 में दंगे हुए. आज़ादी के बाद से कुल 15 दंगे संभल में हो चुके हैं. जिला कई सारे आतंकवादी संगठनों का अड्डा बन चुका है. अलकायदा, हरकत उल मुजाहिद्दीन जैसे आतंकवादी संगठन संभल में पैर पसार चुके थे. अमेरिका ने जिस मौलाना आसिम उर्फ सना उल हक को आतंकवादी घोषित किया था, वो संभल से लिंक था. जिले में अवैध हथियार और नारकोटिक्स गैंग पहले से सक्रिय हैं.
आज़ादी के दौरान संभल नगर निगम में 55 फीसदी हिन्दुओं की संख्या का जिक्र था...तो सवाल उठता है कि ये हुआ क्या? सपा इस रिपोर्ट का विरोध कर रही है. अब तक 219 की जान संभल के दंगों में जा चुकी है! आयोग की रिपोर्ट में बर्क बुरी तरह फंस गए हैं, बर्क ने बयान दिया था.. कि तुर्क मुसलमान ही मालिक हैं, बाकी सब नौकर हैं, इस बयान का जिक्र आयोग की रिपोर्ट में है! अखिलेश यादव बर्क को हमेशा अपने साथ लेकर चलते हैं, लेकिन देश अब सवाल पूछ रहा है, संभल के हिन्दुओं के साथ पाकिस्तान वाला व्यवहार कैसे हुआ? इसका जिम्मेदार कौन है?