कौन है योगीराज का वो अधिकारी जिसने भाई-बहन की करवा दी शादी!

Global Bharat 19 Mar 2024 2 Mins
कौन है योगीराज का वो अधिकारी जिसने भाई-बहन की करवा दी शादी!

ये कहानी लखनऊ से 300 किलोमीटर दूर महाराजगंज की है, वहां कुछ लोगों ने मिलकर एक भाई-बहन की शादी करवा दी, ये कोई प्रेम विवाह नहीं था, बल्कि 35 हजार के चक्कर में रचा गया ऐसा खेल था, जिसका खुलासा होते ही लखनऊ तक हड़कंप मच गया। पूरा मामला 5 मार्च का है।

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत महाराजगंज के लक्ष्मीपुर ब्लॉक में 38 जोडों की शादी हुई। इन 38 लोगों में एक महिला ऐसी भी थी जिसकी शादी पहले हो चुकी थी और पति कमाने के लिए बाहर गया था। पहले जालसाजों ने उस महिला की शादी करवाने के लिए एक दूसरे लड़के को तैयार किया, सौदा कुछ हजार रुपये में तय हुआ,। लेकिन ऐन वक्त पर वो लड़का पहुंचा ही नहीं, उसके बाद तुरंत उस लड़की के साथ खड़े लोगों ने दिमाग लगाया और उस महिला की शादी उसके भाई से ही करवा दी। भाई ने गले में वरमाला डाली, बहन ने भी उसके गले में वरमाला डाली, मांग में सिंदूर भरा और शादी संपन्न हो गई। चूंकि इस योजना के तहत इन्हें 35 हजार रुपये मिलने वाले थे, इसलिए महिला ने सोचा कि शादी की रस्में निभाने में क्या दिक्कत है, पर दिक्कत असल में तब हो गई जब अधिकारियों को इसका पता चला। लक्ष्मीपुर के बीडीओ अमित मिश्रा ने कहा है कि 5 मार्च को हुए सामूहिक विवाह समारोह में फर्जी तरीक़े से एक महिला की शादी उसके भाई से ही कराने का मामला सामने आया है। शुरुआती जांच के बाद दिए गए सारे सामान वापस मंगवा लिए गए हैं। अनुदान को रोकने की भी सिफारिश की गई है। मामले की पूरी जांच कराई जाएगी। जो दोषी होंगे, उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।

बीडीओ साहब जिस अनुदान की बात कर रहे हैं वो मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत मिलने वाली राशि है, दरअसल ये योजना गरीब लोगों की शादी के लिए चलाई जाती है, उन्हें शादी के बाद आर्थिक मदद के तौर पर सरकार 35 हजार रुपये देती है, और इसी 35 हजार को लेने के चक्कर में कई जालसाज शादियों में खेल कर देते हैं, ये पहली बार नहीं हुआ, जब इस तरह की बातें सामने आई हो बल्कि इससे पहले झांसी से भी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना को लेकर फर्जीवाड़े की ख़बर सामने आई थी। 

बुंदेलखंड महाविद्यालय में 96 जोड़ों की शादी हुई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, इसमें किसी दुल्हन ने ख़ुद से मांग भर ली, तो कई जोड़ों ने फेरे भी नहीं लिए। बलिया में तो 537 जोड़ों की शादी हुई, जिसमें दर्जनों जोड़े नकली निकले।

इन मामलों में भी अधिकारियों ने कार्रवाई की बात कही, पर सवाल ये है कि आखिर इतनी बड़ी बात हो कैसे गई। क्या शादियों के लिए जो रजिस्ट्रेशन करवाया जाता है, उसकी जांच अधिकारी ठीक से नहीं करते, वरमाला पहनाने से पहले क्या कपल के बारे में जानकारी नहीं जुटाई जाती, ऐसे तो बाहरी लोग भी आकर शादी कर लेंगे और सरकार को लाखों का चूना लग जाएगा। अलग-अलग जिलों से आई ये ख़बरें बताती हैं कि सीएम योगी को अब इस पर सख्त एक्शन लेना होगा, तभी इस पर रोक लग पाएगी।