क्या राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू केजरीवाल की कुर्सी छीनने जा रही हैं, क्या केजरीवाल के साथ वही होने वाला है जो उन्होंने अपने कई पुराने साथियों के साथ किया. आखिर राष्ट्रपति भवन से लेकर पीएमओ तक में अरविंद केजरीवाल को लेकर क्या चल रहा है. केजरीवाल की कुर्सी गई तो राघव चड्ढा कैसे मुख्यमंत्री बन सकते हैं, इसकी चर्चा मीडिया में कैसे आई ये समझना बेहद जरूरी है. हम आपको वो 4 थ्योरी सुनाते हैं, जो सियासी गलियारे में तब से चर्चा का विषय बनी हुई है, जब से राघव लंदन से दिल्ली आए हैं.
थ्योरी नंबर 1- राघव चड्ढा को केजरीवाल ने इसलिए बुलाया ताकि पार्टी के लिए पैसे का इंतजाम कर सकें. बिभव कुमार वो इंसान था, जो ये तय करता था कि केजरीवाल कौन से कलर की शर्ट पहनेंगे, पार्टी के लिए पैसा कहां से आएगा, सुनीता भाभी मीडिया में क्या बोलेंगी और यहां तक कि केजरीवाल के किचेन में क्या बनेगी ये भी बिभव ही देखता था, तो अब बिभव के जेल जाने के बाद केजरीवाल को एक ऐसे इंसान की जरूरत थी जो सब काम देखे, और इसमें राघव फिट बैठते हैं. राघव खुद सीए हैं, इसलिए पैसों का इंतजाम बिभव से बेहतर कर सकते हैं.
थ्योरी नंबर 2- राघव चड्ढा की आंख का इलाज लंदन में चल रहा था, वो मेडिकल ग्राउंड पर इस्तीफा दें और कहें कि राज्यसभा सांसद अब मैं नहीं रहना चाहता. इसीलिए केजरीवाल ने उन्हें कॉल करके बुलाया भी है, ताकि ये सीट अभिषेक मनु सिंघवी को दी जा सके.
थ्योरी नंबर 3- भगवंत मान के साथ भी केजरीवाल कुमार विश्वास की तरह कोई बड़ा खेल कर सकते हैं, इन घटनाओं से भगवंत मान बागी हो चुके हैं, ऐसी चर्चा पार्टी के अंदर हैं, ऐसी स्थिति में राघव को ये कहा जा सकता है कि आप राज्यसभा की सीट छोड़िए और सीधा पंजाब के सीएम की कुर्सी संभालिए.
थ्योरी नंबर 4- केजरीवाल को 2 जून को फिर से सरेंडर करना है, इस बार गए तो लंबा रहना पड़ सकता है, क्योंकि ईडी के पास हवाला से हुई चैट भी पहुंच गई है, और इस बार तगड़े सबूत के साथ ईडी सरजी को बाहर आने से रोकने वाली है, ऐसे में केजरीवाल जेल में रहते सरकार को तो चला नहीं पाएंगे, इसलिए इस्तीफा देना ही होगा, अगर नहीं देंगे तो राष्ट्रपति अपने पावर का इस्तेमाल कर सकती हैं, ऐसी स्थिति में कुर्सी से प्यार करने वाले केजरीवाल राघव को सत्ता सौंपकर सरकार बर्खास्त होने से बचना चाहेंगे.
हालांकि राघव चड्ढा के साथ एक बड़ी दिक्कत ये है कि उनके साथ अगर स्वाति वाला खेल हुआ तो फिर वो सरजी के हर वो राज खोल देंगे जो शायद स्वाति मालीवाल और सुनीता केजरीवाल को भी नहीं पता होंगे, ख़बर तो यहां तक है कि ईडी के अधिकारियों ने राघव चड्ढा को बकायदा इस बात के लिए एप्रोच किया है कि आप आइए और सरकारी गवाह बन जाइए, आप केजरीवाल के हर कांड हमें बताइए, ताकि हमारी जांच की दिशा और सही हो सके, बड़ी-बड़ी जांच एजेंसियां अक्सर ऐसा करती है, ताकि उन्हें ये पता चल सके कि जिसने खेल किया है, उसका तरीका क्या रहा है, कई बार सबूत मिटा देने के बाद जांच एजेंसियों के लिए ये पता लगाना भी मुश्किल हो जाता है कि पूरी कहानी क्या है.
आपने देखा होगा चारा घोटाले पर आई महारानी वेबसीरीज में सिस्टम का हिस्सा रहे सरकारी अधिकारियों ने ही घोटाले की पोल खोली थी, सरकारी गवाह बनकर खुद की सजा कम करवाई थी और पूरी कहानी एक सुर में बता दी थी, ऐसे में केजरीवाल की फाइल भी राघव चड्ढा खोल सकते हैं, शायद इसीलिए राघव के साथ केजरीवाल वो नहीं करना चाहेंगे., जो स्वाति के साथ हुआ, और अब पीए विभव कुमार भी बाहर नहीं है, जो इनके एक इशारे पर किसी पर भी हाथ उठाने को तैयार होता था. आप इस पूरी कहानी पर क्या कहेंगे,, कमेंट कर बता सकते हैं. क्या केजरीवाल की जगह राघव को सीएम बनना चाहिए.