नई दिल्ली: UP का मेरठ हमेशा ख़बरों में रहता है, लेकिन इस बार एक ऐसी कहानी आई जिसमें बुर्के वाली महिला की करतूत ने सबको हैरान कर दिया है. पुलिस को शिकायत मिलती है कि एक महिला लोन बांटती है. वो लोगों से संपर्क करती है. लोन देने की बात तो दूर उल्टे वो लाखों रूपए ऐंठ लेती थी. लेकिन पूरी कहानी में होटल, कमरा और वीडियो भी था. पुलिस को भनक लगती है तो रेकी होती है.
इस महिला का नाम है सोफिया इसका एक साथी भी है जिसका नाम है नवीन, दोनों एक जाल बुनते है. लोन बांटने का सौदा करते हैं. इनके संपर्क में एक लड़की आती है, जो मेडिकल की छात्रा है. बुलंदशहर की लड़की से पेपर लेते हैं, फर्जी लोन का पेपर तक तैयार करते हैं. सोफिया का साथी नवीन फर्जी बैंक मैनेजर बनता है. पीड़िता बुलंदशहर से मेरठ पहुंचती है, बुर्के वाली महिला उसको अपनी कार में बैठाती है.
उसके साथ फर्जी बैंक मैनेजर नवीन भी होता है. जो कार ड्राइव करता है! पीड़ित महिला को बिल्कुल भी यक़ीन नहीं था कि उसके साथ क्या होने वाला है? कुछ देर बाद बुर्के वाली महिला कोल्ड ड्रिंक निकालती है. लोने लेने वाली महिला की कोल्ड ड्रिंक में नशीली दवा मिलाती है. कुछ देर बाद वो लड़की बेहोश हो जाती है. अब यहां से कहानी शुरू होती है.
इसके बाद ये पूछताछ में कई बड़े खुलासे करती है! अब आप भी समझिए कोई आपको लोन देने का लालच दे रहा हैं. तो बैंक मैनेजर रोड पर नहीं बल्कि बैंक में ही मिलते हैं! प्राइवेट बैंक का कोई एग्जीक्यूटिव बेशक आपसे मिलता हो लेकिन बैंक मैनेजर बड़ी पोस्ट होती है वो बैंक में ही मिलते हैं! बस पीड़ित महिला से यहीं गलती हो गई! वो कई दिनों से परेशान थी. परिवार को भी कुछ पता नहीं था. जब उसने आत्महत्या की कोशिश की तो उसकी कहानी बाहर आई, परिवार ने ठाना बेटी को न्याय दिलाना है...सोफिया तो गिरफ्तार हो गई लेकिन फर्जी बैंक मैनेजर नवीन अभी भी फरार है? बुर्के की आड़ में कानून तोड़ने का सिलसिला बढ़ रहा है! मेरठ के पास ही मुजफ्फरनगर में ही एक और कांड हो जाता है!
हालांकि यहां बुर्के की वजह से लड़की को आरोपियों ने शिकार बना लिया! बुर्के वाली महिला एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करती थी. कलेक्शन करने बुर्के वाली महिला ने अपनी बेटी को सचिन के साथ भेज दिया, रास्ते में एक जगह कुछ मुस्लिम लड़कों ने बुर्के में हिन्दू लड़का देखा तो आपा खो दिया, तुरंत लड़की का बुर्का खींच लिया, बाल खींचा और फिर पुलिस एक्शन लेती है और सारे आरोपी लंगड़ा कर चलते है! कहानी कोई भी हो सवाल सिर्फ इतना है कि क्या लालच और धर्म के नाम पर यूपी में कुछ लोग बेईमानी और अपराध करने को तैयार हो जाते है? मेरठ में बुर्के की आड़ में अपराध होता है तो मुजफ्फरनगर में बुर्के में लड़की के साथ हिन्दू लड़का देखकर कुछ शोहदें अपराधी बन जाते हैं!