मिर्जापुर: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर स्थित मां विंध्यवासिनी मंदिर में पंडा के 2 गुटों में मारपीट को लेकर बड़ा एक्शन लिया गया है. इस मामले में एक तरफ आरोपियों की गिरफ्तारी की गई, वहीं स्थानीय चौकी प्रभारी समेत 24 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है. साथ ही एक अन्य पुलिसकर्मी को निलंबित भी किया गया है. मामला उस समय तुल पकड़ लिया था, जब दर्शन-पूजन और दक्षिणा को लेकर पांडा गुटों में मारपीट हो गई थी.
इस दौरान धारदार कैंची से भी हमले की बात कही गई. पूरी वारदात 23 जुलाई की बताई जा रही है. घटना के समय मंदिर परिसर में अफरातफरी का माहौल बन गया था. पीड़ित ने इसका आरोप दूसरे पांडा पक्ष पर लगाया गया है. एक घायल पांडा ने आरोप लगाया है कि वह एक जजमान को दर्शन-पूजन कराने आया था. तभी एक दुकान पर खड़े तीन पांडा ने मिलकर उस पर कैंची से हमला कर दिया, जिससे उसे गंभीर चोटें आई.
पीड़ित ने बताया कि उसके हाथ और चेहरे पर गंभीर चोट आई है. मामले की जानकारी पुलिस को लगी, जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने घटना स्थल पर पहुंचकर पूरी जानकारी ली और मारपीट के तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही घटना में इस्तेमाल कैंची को भी ढूंढ निकाला गया है. घटना के बाद स्थानीय पुलिसकर्मियों और पंडाओं पर मिलीभगत का आरोप लगा. अपर पुलिस अध्यक्ष ने मामले को गंभीर बताया है.
मामले का पुलिस अधीक्षक ने संज्ञान लेते हुए 24 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया और एक अन्य पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया. अपर पुलिस अधीक्षक नितेश सिंह ने कहा है कि सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद आरोपियों पर धारा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं और लापरवाही बरतने वाले चौकी प्रभारी समेत 24 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थान पर इस तरह की घटना अत्यंत गंभीर है.