ये जो तस्वीर आप देख रहे हैं, जुमे की नमाज के बाद की है और जुमे की नमाज के बाद से हर मुस्लिम के सिर पर आप टोपी देखेंगे, तो सवाल है कि आधे सिर पर टोपी है और आधे सिर पर टोपी क्यों नहीं है, सोशल मीडिया पर सवाल ये है कि क्या माध्वी लता ने असदुद्दीन ओवैसी की हवा खराब कर दी है, इसलिए वो धूल भरी सड़कों पर दौड़ रहे हैं.
सवाल ये है कि क्या मुसलमान ओवैसी के और माध्वी हिंदुओं की है, ऐसा माहौल बनाया जा रहा है. और अगर ओवैसी के आसपास खड़े सारे वोटर्स मुस्लिम हैं तो फिर अल्लाह हू अकबर के नारे क्यों हैं, जयश्रीराम के नारे क्यों नहीं लग रहे हैं. जिस वक्त हैदराबाद का तापमान 45 था, उस वक्त ओवैसी साहब डोर टू जडोर कैम्पेन कर रहे थे, ये तस्वीर बहुत कुछ कहती हैं, हैदराबाद का चुनाव फंसा है.
हमने कुछ पुरानी तस्वीरों की भी पड़ताल की तो हमें 1 मई की एक और तस्वीर मिली, जो बुधवार की तस्वीर है, उस दिन भी ओवैसी मुस्लिम मोहल्लों में प्रचार करते हैं..
तो क्या ओवैसी को इस बात का अंदाजा हो गया है कि माध्वी लता के कारण हिंदू वोटर अब उनके पास नहीं आएगा. क्योंकि राजनीतिक पंडित ऐसा दावा कर रहे हैं कि जैसे स्मृति ईरानी ने अमेठी में राहुल गांधी को हराया, ठीक वैसे ही माध्वी लता हैदराबाद में ओवैसी को हरा सकती हैं.