कहते हैं किस्मत साथ न दे तो फिर आप कितनी भी मेहनत कर लीजिए, मंजिल नहीं मिलती, और ऊपर से अगर आपके साथ नाइंसाफी हो जाए तो फिर तो जीत कोसों दूर हो जाती है और यही हाल 21 अप्रैल को कोलकाता में खेले गए मुकाबले में हुआ, जब विराट कोहली 7 गेंद पर 18 रन बनाकर खेल रहे थे, केकेआर के गेंदबाज हर्षित राणा ने एक फुलटॉस गेंद डाली, वो विराट के कमर के ऊपर तक उछली और बैट से लगकर सीधा हर्षित के हाथों में चली गई, अंपायर ने ऊंगली उठाई, विराट ने डीआरएस की अपील की, पर अंपायर का फैसला नहीं बदला, विराट कोहली गुस्से में बल्ला पटकते हुए पवेलियन को लौट गए, बीच रास्ते में डस्टबिन भी तोड़ दिया, और फिर सोशल मीडिया पर दो धड़ो में बंट गया, पहला इसे सही ठहरा रहा था, दूसरा कह रहा था विराट के साथ गलत हुआ, ऐसे में ये समझना जरूरी है कि आखिर नियम क्या कहता है, फिर बताते हैं वो अंपायर कौन है, जिसे फैंस जमकर कोस रहे हैं और बीसीसीआई क्या विराट के लिए अब नियम बदलने वाली है.
हर्षित राणा ने जो गेंद फेंकी थी उसकी ऊंचाई थी 0.92 मीटर, तब विराट कोहली क्रीज के बाहर खड़े थे और वो 6 इंच ऊपर अपने पंजों पर खड़े थे. यानि उनकी कुल हाइट होती है 1.07 मीटर, पंजों की ऊंचाई अगर घटा देंगे यानि विराट अगर नॉर्मली क्रीज के अंदर खड़े होते तो फिर ये गेंद उनकी कमर के नीचे ही होती, क्योंकि विराट की कमर तक की ऊंचाई है 1.04 मीटर.
अंपायर ने इसी आधार पर फैसला सुनाया, पर लोगों की नाराजगी सबसे ज्यादा टीवी अंपायर माइकल गफ से थी, जो पूर्व अंग्रेजी क्रिकेटर हैं, 2019 वर्ल्ड कप के दौरान भी उन्हें अंपायर की लिस्ट में रखा गया था. पर कई बार उनके फैसले पर सवाल उठ चुके हैं. और इस बार उनके फैसले में तकनीकी दिक्कत ये थी कि कुछ भी कंफर्म नहीं था. नवजोत सिंह सिद्धू से लेकर कई एक्सपर्टस का कहना है कि विराट कोहली को संदेह का फायदा मिलना चाहिए था, जब कुछ भी कंफर्म नहीं है तो फिर बल्लेबाज इसकी सजा क्यों भुगते, वो तो नियम बदलने तक की मांग करने लगे, और होता भी यही है कि जब किसी नियम का शिकार बड़ा खिलाड़ी होता है तो नियम बदल भी जाते हैं. पर इस बार ऐसा कोई कंफर्मेशन सामने नहीं आया है.
फिलहाल ये बवाल इसलिए ज्यादा बढ़ा क्योंकि आरसीबी की टीम एक रनों से ये मुकाबला हार गई, और उसके ऊपर आईपीएल से बाहर होने का खतरा मंडराने लगा. चूंकि विराट की टीम आईपीएल के 16 सालों के इतिहास में आज तक एक भी बार खिताब नहीं जीत पाई है इसलिए आरसीबी के फैंस के लिए इस बात पर भावुक होना लाजिमी है कि उनकी टीम हर बार क्यों बाहर हो रही है. विराट कोहली से लेकर फाफ डु प्लेसिस तक आरसीबी में ऐसे-ऐसे खिलाड़ी हैं, जो अपने दम पर मैच का रुख पलटना जानते हैं, बावजूद उसके हर बार हार की वजह चौंकाने वाली है, पूर्व क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा कहते हैं कि
"आरसीबी टीम मैनेजमेंट कभी भी अपने खिलाड़ियों को रोककर नहीं रखती है. फ्रेंचाइजी ने भविष्य को सोचकर कभी एक टीम नहीं बनाई और हमेशा अपने अच्छे खिलाड़ियों को जाने दिया. धाकड़ स्पिनर युजवेंद्र चहल इसका सबसे ताजा उदाहरण हैं. इसके पहले केएल राहुल, मयंक अग्रवाल और वो खुद, जो लोकल खिलाड़ी हैं, इस पिच अच्छे से समझते हैं, इसका शिकार हो चुके हैं. इसके अलावा ट्रेविस हेड, जिन्होंने इस सीजन तूफानी बल्लेबाजी कर रहे हैं, उन्हें भी जाने दिया गया."
ट्रेविस हेड ने किस तरह का तूफान ला रखा है, वो तो सब देख रहे हैं, कोई भी टीम कभी भी एक दो महान खिलाड़ियों के भरोसे नही जीत सकती, बल्कि पूरी टीम को मेहनत करनी होती है, सफल रणनीति बनानी होती है, पर आरसीबी यहीं मात खा जाती है. बतौर फैंस आपके हिसाब से आरबीसी की हार की वजह क्या है, और विराट के आउट, नॉट आउट वाले विवाद पर आप क्या कहना चाहेंगे, कमेंट कर बता सकते हैं.