78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन की प्रशंसा करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि यह एक विकसित और आत्मनिर्भर भारत बनाने के सरकार के संकल्प को दर्शाता है. शोसल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में, शाह ने कहा कि 78वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन एक विकसित और आत्मनिर्भर भारत बनाने के सरकार के संकल्प को दर्शाता है. अक्षय ऊर्जा के माध्यम से आत्मनिर्भरता, एक राष्ट्र-एक चुनाव, यूसीसी, चिकित्सा शिक्षा का विस्तार, औद्योगिक विनिर्माण और 'डिजाइन इन इंडिया' और एसएचजी के माध्यम से महिला सशक्तिकरण जैसे विषयों पर प्रकाश डाला.
उन्होंने कहा कि मोदी जी का भाषण देश को आगे ले जाने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो पिछले 10 वर्षों की सफलताओं से प्रेरित है. मैं सभी देशवासियों से आग्रह करता हूं कि वे इस संबोधन को सुनें और एक मजबूत भारत बनाने का संकल्प लें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए तीन गुना तेजी से काम करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और देशवासियों से 2047 के लिए 24x7 प्रतिबद्धता बनाने में शामिल होने का आह्वान किया.
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने अपने तीसरे कार्यकाल के दौरान भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि यह भारत का स्वर्णिम युग है. 2047 हमारे विकसित भारत की प्रतीक्षा कर रहा है. बाधाओं और चुनौतियों को परास्त करते हुए, एक नए संकल्प के साथ आगे बढ़ने की यह प्रतिबद्धता...मैंने पहले भी कहा था कि मेरे तीसरे कार्यकाल में देश तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा और मैं तीन गुना गति से काम करूंगा ताकि देश के सपने जल्द से जल्द साकार हों.
मैं चुनौतियों से नहीं डरता क्योंकि मैं अपने देश और देशवासियों के लिए जीता हूं. तो आइए अपने पूर्वजों के सपनों को पूरा करने के लिए 2047 के लिए 24x7 प्रतिबद्धता में शामिल हों. उन्होंने पिछले 10 वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा किए गए सुधारों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इनसे युवाओं में आत्मविश्वास बढ़ा है और उनमें बड़ी छलांग लगाने की इच्छा है. उन्होंने कहा कि हमें इस अवसर को जाने नहीं देना चाहिए.
हम तब 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे. उन्होंने कहा कि पर्यटन से लेकर एमएसएमई और स्वास्थ्य तक-हर क्षेत्र में एक नई, आधुनिक प्रणाली है. हमने सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाया है. प्रत्येक क्षेत्र को नई चीजों की जरूरत है, प्रौद्योगिकी का उपयोग करने की जरूरत है और हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इन क्षेत्रों को समर्थन मिले.
आइए हम सब मिलकर अपनी पूरी ताकत से आगे आएं और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करें. प्रधानमंत्री ने देश से 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में काम करने का भी आग्रह किया और याद दिलाया कि दशकों पहले 40 करोड़ भारतीयों ने अंग्रेजों को भगाने के लिए ताकत और साहस दिखाया था.