नई दिल्ली: भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकी तहव्वुर हुसैन राणा का अमेरिका से प्रत्यर्पण हो चुका है. और NIA को इस आतंकी से सारे राज उगलवाने के लिए 18 दिन की कस्टडी मिली है, जिसके बाद भारतीय जांच एजेंसी ने अपनी पूछताछ शुरू भी कर दी है. और अब इसी जांच में बेहद ही चौंकाने वाले खुलासे भी होने लगे हैं.
अमेरिका ने शेयर किये कई अहम सबूत
एनडीटीवी ने दावा किया है कि अमेरिका की एजेंसियों ने जांच इंटरसेप्ट किए गए चैट और बातचीत NIA के साथ शेयर की हैं. इन्हीं बातचीत में से एक में हेडली की वो चेतावनी भी है जिसमें उसने तहव्वुर को 2008 में भारत ना आने की चेतावनी दी थी. इसके अलावा उसने भारत में होने वाले हमले की संभावना भी जताई थी. इंटरसेप्टेड बातचीत में हेडली ने ही तहव्वुर को ये भी बताया था कि साजिशकर्ता ने हमले की पुष्टि कर दी है, हेडली ने दुबई में तहव्वुर को एक शख्स से मिलवाया भी था.
2008 में खत्म हुई थी ऑफिस की लीज
आतंकी तहव्वुर ने मुंबई में जो ऑफिस खोला था उसकी लीज नवंबर 2008 में समाप्त हो गई थी. जिसे राणा और हेडली ने रिन्यू नहीं कराया था. खबर तो ये भी है कि अगस्त 2005 में तहव्वुर को हेडली ने लश्कर की साजिश के बारे में बताया था, इसे हमले के लिए हेडली को भारत की रेकी भी करनी थी.
पूछताछ में होंगे कई बड़े खुलासे
अमेरिका से मिले सबूतों के आधार पर जब NIA आतंकी के साथ पूछताछ करेगी तो उसमें कई सारे खुलासे होने वाले हैं, उस जांच में पाकिस्तान के कई बड़े अधिकारी और नेताओं के नाम भी सामने आ सकते हैं, क्योंकि सूत्रों के मुताबिक डेविड हेडली ने तहव्वुर को इस साजिश में शामिल पाकिस्तानी नागरिकों इलियास कश्मीरी और अब्दुर रहमान के बारे में भी बताया था, ये दोनों भी मुंबई हमलों के आरोपी हैं.