नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की एक अदालत ने रविवार को 'गॉडमैन' चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी को एक महिला छात्रा के साथ छेड़छाड़ के मामले में पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया. इस 62 साल के पूर्व चेयरमैन पर दिल्ली के एक मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट में पीजीडीएम कोर्स की ईडब्ल्यूएस स्कॉलरशिप वाली महिला छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और जालसाजी के आरोप हैं. शनिवार रात आगरा के एक होटल से उन्हें गिरफ्तार किया गया था.
रविवार को वो कोर्ट में पेश हुआ. आगरा होटल के रिसेप्शनिस्ट भारत ने बताया कि स्वामी चैतन्यानंद शनिवार दोपहर करीब 4 बजे वहां पहुंचे थे. रात में रहने वाली उनकी महिला स्टाफ ने उनका रजिस्ट्रेशन किया. किसी ने उनसे मिलने नहीं आया. रात करीब 3:30 बजे दो पुलिसवाले आए, जो खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर बता रहे थे. उन्होंने कमरे में 10 मिनट बात की और उन्हें ले गए. बाबा ने अपना नाम पार्थ सारथी बताया था.
पुलिस का कहना है कि उन्होंने आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं का शोषण किया. उन्होंने छात्राओं के फोन और सर्टिफिकेट जब्त कर लिए, ताकि वे शिकायत न कर सकें. एक पीड़ित की दोस्त ने बताया कि वे पहले छात्राओं को चुनते, फिर फोन जमा करने को कहते कि पढ़ाई पर ध्यान दो. इससे डर लगता था, क्योंकि सबकी करियर पर असर पड़ सकता था. पिछले शुक्राबार कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी. जज हरदीप कौर ने कहा कि धोखाधड़ी की पूरी साजिश जानने के लिए पूछताछ जरूरी है.
आरोपी का पता भी नहीं लग रहा था. कोर्ट दस्तावेजों में बताया गया कि उन्होंने एक फर्जी ट्रस्ट बनाकर श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट रिसर्च और एक श्रृंगेरी धार्मिक संस्था की फंड व संपत्ति हड़प ली. जांच में पता चला कि अगस्त में एफआईआर के बाद उन्होंने अलग-अलग नामों से बैंक अकाउंट खोले और 50 लाख से ज्यादा रुपए निकाल लिए. पुलिस लेन-देन का ट्रेल देख रही है.
पीड़ितों ने बताया कि चैतन्यानंद और उनके साथियों ने छात्राओं को धमकाया कि विरोध किया तो एक्सपल्शन या फेल कर देंगे. एक पीड़ित की दोस्त ने कहा कि लड़कियों को चेतावनी दी जाती कि करियर बर्बाद हो जाएगा. पहली शिकायत मार्च में एक ईडब्ल्यूएस कोटा वाली छात्रा ने की, जिसमें कहा गया कि अतिरिक्त 60 हजार दो या बिना सैलरी काम करो. बाद में एक इंडियन एयर फोर्स अधिकारी को वर्चुअल मीटिंग में कई महिलाओं ने छेड़छाड़ के मामले बताए. पुलिस कह रही है कि जांच बढ़ने पर और पीड़ित सामने आ रही हैं.