भागलपुर: बिहार के नवगछिया रेलवे स्टेशन पर एक पुराने पाकड़ के पेड़ की डाल काटने का मामला सुर्खियों में है. इस घटना ने वन विभाग और रेलवे के बीच तनातनी पैदा कर दी है. दरअसल, इस हरे-भरे पेड़ की शाखा पर कई पक्षियों के घोंसले थे, जिनमें कौवे और अन्य पक्षी रहते थे. लेकिन डाल काटने के कारण एक कौवे के चूजे की मौत हो गई और कई घोंसले नष्ट हो गए.
इस लापरवाही पर वन विभाग ने सख्ती दिखाते हुए रेलवे के खिलाफ वन संरक्षण अधिनियम, 1972 की धारा 50 के तहत मामला दर्ज किया है. वन विभाग के रेंज अधिकारी राजीव कुमार के निर्देश पर वनपाल सोनी कुमारी ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की. आरोप है कि बिना सोचे-समझे पेड़ की शाखा काटी गई, जिससे पक्षियों को भारी नुकसान हुआ.
दूसरी ओर, रेलवे ने सफाई दी कि पेड़ की कटाई मजबूरी में की गई थी, लेकिन पक्षियों को हुए नुकसान को वे गंभीरता से ले रहे हैं. वन विभाग ने इस मामले की गहन जांच शुरू कर दी है. रेंज अधिकारी ने विशेष जांच दल गठित करने का आदेश दिया है ताकि जिम्मेदार लोगों की पहचान कर उन पर उचित कार्रवाई की जा सके. यह घटना पर्यावरण संरक्षण और विकास कार्यों के बीच संतुलन की जरूरत को फिर से रेखांकित करती है.