हाल ही में इजरायल (Israeli) के ईरान (Iran) पर हमला करने के बाद दुनियाभर में एक के बाद एक कई नए विवाद शुरू हो गए हैं. एक तरफ जहां अमेरिका (America) सऊदी अरब (Saudi Arabia) सहित अन्य देशों पर दबाव बना रहा है, वहीं रूस-चीन और ईरान पीछे हटने को राजी नहीं है. पाकिस्तान (Pakistan) भी कमोबेश अमेरिका के पक्ष में आता दिख रहा है. विशेषज्ञ दावा भी कर रहे हैं कि भारत (India) के ब्रिक्स (BRICS) में शामिल होने से अमेरिका अंदर ही अंदर जल रहा है और वह कभी भी पाकिस्तान को उकसा सकता है.
कुछ विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि हाल ही में जिस प्रकार से जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाएं बढ़ी है, उसमें अमेरिकी डीप स्टेट का हाथ हो सकता है. इस दावे में कितनी सच्चाई है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जिस दिन रूस में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन हो रहा था, उसी दिन तुर्की और जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले हुए. तुर्की तो सीरिया और इराक स्थित कुर्द विद्रोही ठिकानों पर हमला कर बदला ले लिया, लेकिन भारत पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी पर कार्रवाई करने से थोड़ा हिचक रहा है.
विशेषज्ञ यह भी दावा करते हैं कि अगर जम्मू-कश्मीर में और हमले हुए तो भारत बालाकोट और उड़ी की तरह ही पाकिस्तान में घुसकर कार्रवाई कर सकता है. इस स्थिति में अगर पाकिस्तान से युद्ध भड़कता है तो भारत के सामने पाकिस्तान कब तक ठहर पाएगा? इस रिपोर्ट के माध्यम से जानने की कोशिश करेंगे. वैसे भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य क्षमता में कई अंतर है. भारत की सैन्य ताकत कई मामलों में पाकिस्तान से अधिक है, जिसमें सेना का आकार, आधुनिक उपकरण, परमाणु क्षमता, और रक्षा बजट शामिल हैं.
सेना का आकार
- भारत: भारत के पास लगभग 14 लाख (1.4 मिलियन) सक्रिय सैनिक और 11 लाख रिजर्व सैनिक हैं.
- पाकिस्तान: पाकिस्तान की सेना में लगभग 6.5 लाख सक्रिय सैनिक और 5 लाख रिजर्व सैनिक हैं.
दोनों देश का रक्षा बजट
- भारत: भारत का रक्षा बजट 2023-24 में लगभग 73 बिलियन डॉलर था, जो उसे दुनिया के सबसे बड़े रक्षा बजट वाले देशों में शामिल करता है.
- पाकिस्तान: पाकिस्तान का रक्षा बजट लगभग 11 बिलियन डॉलर है, जो भारत के मुकाबले काफी कम है.
वायु सेना (Air Force)
- भारत: भारतीय वायु सेना के पास सुखोई Su-30MKI, मिग-29, मिराज 2000, राफेल जैसे आधुनिक फाइटर जेट्स हैं. इसके अलावा, भारत ने स्वदेशी फाइटर जेट तेजस भी विकसित किया है.
- पाकिस्तान: पाकिस्तान के पास JF-17, F-16 जैसे लड़ाकू विमान हैं. हालांकि, पाकिस्तान ने चीन के साथ मिलकर JF-17 विमान विकसित किया है, लेकिन यह भारत के आधुनिक विमानों के मुकाबले थोड़ा पीछे है.
नौसेना ताकत (Navy)
- भारत: भारत के पास दो एयरक्राफ्ट कैरियर हैं (INS विक्रमादित्य और स्वदेशी INS विक्रांत), कई पनडुब्बियाँ (INS अरिहंत जैसी परमाणु पनडुब्बी), और उन्नत डेस्ट्रॉयर और फ्रिगेट्स हैं.
- पाकिस्तान: पाकिस्तान के पास नौसेना में छोटे जहाजों और सीमित संख्या में पनडुब्बियाँ हैं. उसके पास भारत जैसा बड़ा या उन्नत बेड़ा नहीं है.
परमाणु क्षमता क्या है
- भारत: भारत के पास विभिन्न रेंज की बैलिस्टिक मिसाइलें हैं, जैसे अग्नि, पृथ्वी, और भारत की नो फर्स्ट यूज़ (पहले परमाणु हमला न करने की) नीति है.
- पाकिस्तान: पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार भी हैं और उसने शॉर्ट-रेंज बैलिस्टिक मिसाइल भी विकसित की हैं, जिन्हें सीमा पर सामरिक उपयोग के लिए बनाया गया है.
मिसाइल प्रणाली और रक्षा प्रणाली
- भारत: भारत के पास ब्रह्मोस जैसी सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल और अग्नि श्रृंखला की लंबी दूरी की मिसाइलें हैं. इसके अलावा, भारत ने S-400 ट्रायम्फ मिसाइल डिफेंस सिस्टम भी रूस से खरीदा है.पाकिस्तान: पाकिस्तान के पास भी कुछ शॉर्ट और मीडियम रेंज की मिसाइलें हैं, लेकिन भारतीय मिसाइल प्रणाली की तुलना में उसकी रेंज और प्रभावशीलता कम है.
स्वदेशी रक्षा उत्पादन
- भारत: भारत ने कई हथियार और उपकरण स्वदेशी रूप से विकसित किए हैं, जैसे कि तेजस फाइटर जेट, अर्जुन टैंक, ब्रह्मोस मिसाइल और INS विक्रांत.
- पाकिस्तान: पाकिस्तान का रक्षा उत्पादन क्षमता सीमित है, और वह अपनी रक्षा जरूरतों के लिए मुख्यतः चीन पर निर्भर रहता है.
भारत कुल मिलाकर पाकिस्तान से सैन्य क्षमता में काफी आगे है, चाहे वह सेना के आकार की बात हो, हथियारों और उपकरणों का आधुनिकीकरण हो, या रक्षा बजट और स्वदेशी विकास क्षमता. पाकिस्तान के पास सैन्य ताकत है, लेकिन उसकी निर्भरता बाहरी समर्थन पर अधिक है और वह रक्षा क्षमताओं में भारत से पीछे है. भारत के पास संख्या और अनुभव के मामले में बड़ा सैनिक बल है.
साथ ही अधिक बजट होने के कारण भारत अपनी सेना के आधुनिकीकरण, अनुसंधान और तकनीकी विकास पर अधिक खर्च कर सकता है. भारत के पास अधिक संख्या में और तकनीकी रूप से बेहतर फाइटर जेट्स हैं. भारतीय नौसेना के पास क्षेत्र में रणनीतिक बढ़त है और समुद्री ताकत में वह पाकिस्तान से कहीं आगे है. हालांकि दोनों देशों के पास परमाणु क्षमता है, परंतु भारत के पास लंबी दूरी की मिसाइल और त्रि-आयामी (थल, जल, वायु) परमाणु निवारक क्षमता है, जो उसे सामरिक रूप से अधिक सुरक्षित बनाती है.